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हरियाणा में देवीलाल, बंसीलाल, भजनलाल के बाद अब मनोहर लाल

नए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रूप में हरियाणा को चौथा लाल मिल गया है। प्रदेश की राजनीत में अभी तक पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल, पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल व पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ही तीन लाल हुए हैं। अब चौथे लाल मनोहर लाल की बारी है। तीनों लालों का राज्य की राजनीत में डंका बजता रहा है और आज भी दुनिया उनके नाम क

By manoj yadavEdited By: Updated: Wed, 22 Oct 2014 10:16 AM (IST)
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। नए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रूप में हरियाणा को चौथा लाल मिल गया है। प्रदेश की राजनीत में अभी तक पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल, पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल व पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ही तीन लाल हुए हैं। अब चौथे लाल मनोहर लाल की बारी है। तीनों लालों का राज्य की राजनीत में डंका बजता रहा है और आज भी दुनिया उनके नाम की कायल है। अब निगाहें जमीनी नेता माने जाने वाले मनोहर लाल खट्टर पर टिक गई हैं क वे कैसे प्रदेश में अपने आपको तीन लालों की श्रेणी में लाते हैं।

प्रदेश की सत्ता पर राज करने वाला लाल हरियाणा की जनता को लंबे अरसे के बाद मिला है। प्रदेश की सबसे बड़ी कुर्सी पर कोई लाल 15 वर्ष बाद काबिज होने जा रहा है। इससे पहले बंसी लाल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने मई 199 से लेकर जुलाई 1999 तक प्रदेश की सत्ता संभाली। उसके बाद अभी तक किसी लाल को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिला।

मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री के लिए नामित होते ही सत्ता के गलियारों में उनके नाम के चर्चे होने लगे। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पंजाबी नेता के रूप में मनोहर लाल खट्टर की ताजपोशी की है। इससे एक बार फिर प्रदेश की राजनीत लालों के रंग में रंग गई। प्रदेश की सत्ता लंबे समय तक बारी-बारी संभालने वाले तीनों लालों की राजनीत को अब प्रदेश में उनके पुत्र, पुत्रवधू व पोते आगे बढ़ा रहे हैं।

तीन लालों में से दो लाल जाट व एक गैर जाट रहे। बंसी लाल और ताऊ देवी लाल को प्रदेश के प्रमुख जाट नेता व मुख्यमंत्री रहे, जबकि तीसरे लाल भजनलाल ने गैर जाट नेता के तौर पर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली। अब प्रदेश में चौथे लाल मनोहर लाल की परीक्षा है कि वे कैसे जनता की उम्मीदों पर खरा उतर पाते हैं।

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