यान की कामयाबी का नया अध्याय शुरू, भेजी मंगल की पहली तस्वीर
मंगलयान ने अपनी कामयाबी के दूसरे चरण में मंगल ग्रह की पहली तस्वीर भेजी है। यह तस्वीर मंगल की सतह से करीब 7.3 किलोमीटर दूर से ली गई है। मंगलयान से मंगल ग्रह की भेजी इन तस्वीरों के सेट को इसरो चेयरमैन के. राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट किया।
By Edited By: Updated: Thu, 25 Sep 2014 04:02 PM (IST)
नई दिल्ली। मंगलयान ने अपनी कामयाबी के दूसरे चरण में मंगल ग्रह की पहली तस्वीर भेजी है। यह तस्वीर मंगल की सतह से करीब 7.3 किलोमीटर दूर से ली गई है। मंगलयान से मंगल ग्रह की भेजी इन तस्वीरों के सेट को इसरो चेयरमैन के. राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट किया।
पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम ने आज सुबह मंगलयान की पहली तस्वीरें भेंट कीं।' इससे पहले इसरो ने मंगल की तस्वीरों के साथ गुरुवार को ट्वीट किया, '7300 किलोमीटर की ऊंचाई और 376 मीटर के आकाशीय रिजोल्यूशन से मंगल की पहली तस्वीर, ऊपर से यहां का दृश्य शानदार है।' इस ट्वीट के बाद पीएम ने इस पर प्रतिकिया की, 'हां, मैं इससे सहमत हूं। यहां से दृश्य वाकई शानदार है।' मंगल की कक्षा में चक्कर लगा रहा है मंगलयान
इसरो के मुताबिक, फिलहाल मंगलयान, मंगल की कक्षा में चक्कर लगा रहा है, इस कक्षा की मंगल से न्यूनतम दूरी 421.7 किलोमीटर और अधिकतम दूरी 76,993.6 किलोमीटर है। इसरो ने बताया कि आने वाले हफ्तों में मंगलयान का मंगल ग्रह की कक्षा में अच्छी तरह से परीक्षण किया जाएगा और ग्रह के पांच वैज्ञानिक उपकरणों से इसका नियमित प्रेक्षण शुरू हो जाएगा। एक दिन पहले ही मंगलयान ने मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश किया था। मंगलयान मंगल की कक्षा में मीथेन गैस की जांच करेगा और इसकी कक्षा में स्थापित होने के बाद इसके वायुमंडल, खनिजों और संरचनाओं का अध्ययन भी करेगा।
दुनिया में सिर्फ अमेरिका, रूस और यूरोपियन यूनियन ने अब तक मंगल पर सफलतापूर्वक अभियान भेजे हैं। कम कीमत में इतना बड़े अभियान के अंजाम देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। मंगलयान मंगल की कक्षा में मीथेन गैस की जांच करेगा और इसकी कक्षा में स्थापित होने के बाद इसके वायुमंडल, खनिजों और संरचनाओं का अध्ययन भी करेगा।