मसर्रत गिरफ्तार, गिलानी को किया नजरबंद
अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। श्रीनगर में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गुरुवार से ही मसर्रत को नजरबंद किया गया था। इससे पहले केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर की मुफ्ती सरकार को कड़ा संदेश देने के बाद अलगाववादियों के खिलाफ कश्मीर प्रशासन हरकत में
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Fri, 17 Apr 2015 09:41 AM (IST)
नई दिल्ली। अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। श्रीनगर में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गुरुवार से ही मसर्रत को नजरबंद किया गया था। इसके बाद से ही मसर्रत के समर्थकों के हंगामे की आशंका जाहिर की गई है। इसे लेकर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं।
इससे पहले केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर की मुफ्ती सरकार को कड़ा संदेश देने के बाद अलगाववादियों के खिलाफ कश्मीर प्रशासन हरकत में आ गया था। श्रीनगर में पुलिस की घेराबंदी के बाद गुरुवार की रात हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और मसर्रत आलम को नजरबंद किया गया था। दोनों पर ही भड़काने वाले बयान और देशविरोधी नारे लगाने से संबंधित आरोप हैं।अलगाववादियों के मार्च को लेकर त्राल में कड़ी सुरक्षा पुलिस के मुताबिक सुरक्षा कारणों से पुलवामा के त्राल कस्बे में हुर्रियत नेताओं की रैली से ठीक एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत अध्यक्ष गिलानी के हैदरपोरा स्थित घर की घेराबंदी कर उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर लिया। उनके घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
इसके अलावा, पुलिस की कुछ दबिशों के बाद मसर्रत आलम को भी नजरबंद कर लिया गया। पुलिस अन्य अलगावादी नेताओं की भी जल्द ही धरपकड़ कर सकती है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को गिलानी, मसर्रत, हुर्रियत नेता मीरवायज उमर फारुख समेत चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।राजनाथ ने मुफ्ती को किया फोन:
गिलानी की रैली में खुलेआम पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी और पाकिस्तानी झंडे लहराए जाने पर केंद्र सरकार ने सख्ती दिखाई है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर सरकार को साफ तौर पर संदेश दे दिया कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्रीनगर में अलगाववादियों की बुधवार की रैली पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से फोन कर दो टूक कहा कि जहां देशहित और सुरक्षा की बात आएगी, दूसरा कोई तर्क नहीं सुना जा सकता।राजनाथ के फोन के बाद मुफ्ती का सुर बदला: केंद्र की डांट का ही असर रहा है कि अब तक कानून अपना काम करेगा कह कर पल्ला झाड़ने वाले मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने गुरुवार को कहा कि अलगाववादियों की यह हरकत पूरी तरह असहनीय है। पहले गिलानी को रैली की इजाजत देने के फैसलेको सही ठहराते हुए मुफ्ती ने कहा था कि जहां तक रैली की बात है, मेरे ख्याल से उसमें कुछ बुरा नहीं है। उन्होंने कहा था कि कानून अपना काम करेगा।
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