भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा, मसूद अजहर है पठानकोट हमले का हैंडलर
भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले हैंडल्र्स में से एक है। इस आतंकी संगठन को हथियार और प्रशिक्षण तालिबान से मिलती है।
नई दिल्ली। भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले हैंडल्र्स में से एक है। इस आतंकी संगठन को हथियार और प्रशिक्षण तालिबान से मिलती है।
उल्लेखनीय है कि भारत पहले भी संयुक्त राष्ट्र की ओर से मसूद अजहर को आतंकी घोषित कराने की नाकाम कोशिश कर चुका है। लेकिन भारत समूचे विश्व को यकीन दिलाने में कामयाब रहा कि मसूद अजहर और उसका आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने भारत पर अनवरत हमले किए हैं। दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हुआ आतंकी हमला अब तक का सबसे नया हमला है।
संयुक्त राष्ट्र को सौंपी गई मसौदा सूची में कई अन्य आतंकियों समेत जैश सरगना मसूद अजहर का भी नाम है। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला भी उसकी ही निगरानी में हुआ था। इस मसौदे में बताया गया है कि 2009 में संसद पर हमला करने के दोषी अफजल गुरू की फांसी का बदला लेने के लिए अजहर मसूद ने लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के साथ बैठक की थी।
इसी बैठक में फैसला लिया गया कि पठानकोट पर हमला कराने के लिए तैयार किए जाने वाले आतंकियों को प्रशिक्षण तालिबान देगा। विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है कि जैश के लोगों ने बाकायदा तालिबान से हमले का प्रशिक्षण लिया। उन्हें बाकायदा हथियारों से लैस करके मनोवैज्ञानिक युद्ध कौशल भी सिखाया गया।
मसूद का नाम अलकायदा की प्रतिबंधित सूची में डलवाने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि मसूद अजहर पाकिस्तान के एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी है। वह जैश ए मुहम्मद का सरगना और उसका प्रमुख फाइनांसर, रिक्रूटर और मोटिवेटर है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पाकिस्तान की शह पर चीन ने संयुक्त राष्ट्र में अजहर मसूद को आतंकी करार देने से इन्कार कर दिया था।