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'अरविंद के आदमियों' के निशाने पर अब मयंक गांधी

प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को ठिकाने लगाने के बाद आम आदमी पार्टी दो हिस्सों में बंट गई है। आप 'अरविंद आदमी की पार्टी' बनने की दिशा में तेजी से बढ़ गई है। अरविंद केजरीवाल के साथ पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी की

By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Sun, 08 Mar 2015 06:39 AM (IST)
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नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को ठिकाने लगाने के बाद आम आदमी पार्टी दो हिस्सों में बंट गई है। आप 'अरविंद आदमी की पार्टी' बनने की दिशा में तेजी से बढ़ गई है। अरविंद केजरीवाल के साथ पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति से निकालने के बाद अब मयंक गांधी टीम केजरी के निशाने पर हैं।

आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मयंक ने दूसरा ब्लॉग लिखकर आशीष खेतान व उनके समर्थकों पर निशाना साधा है। मयंक ने लिखा है कि पहले ब्लॉग के बाद उनका अपमान किया जा रहा है। काफी बाद में आप में शामिल हुए और केजरीवाल के करीबी का दर्जा पा चुके खेतान पर हमला करते हुए गांधी ने कहा, 'दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं के समूह ने, जो पार्टी के सारे फैसले करते हैं, मुझे बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) ग्रुप से निकाल दिया है।'

मयंक ने 5 मार्च को लिखे ब्लॉग में योगेंद्र व प्रशांत को पीएसी से निकाले जाने के लिए सीधे-सीधे केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद आशीष खेतान ने मयंक को ट्विटर के जरिये निशाने पर लेते हुए लिखा था, 'कुछ लोग सुबह-शाम टीवी इंटरव्यू देंगे, कुछ दिल्ली व देश के विकास के लिए दिन-रात काम करेंगे। कुछ लोग ब्लॉग लिखेंगे, कुछ इतिहास लिखेंगे। विडंबना यह है कि हजारों लोग, जिन्होंने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को बनाया है, वे न लेख लिख पाते है न ही टीवी इंटरव्यू की कला में माहिर हैं।'

इसके बाद मयंक ने लिखा है कि 'मेरे ऊपर हमले शुरू हो गए हैं। आशीष खेतान और महाराष्ट्र के दूसरे असंतुष्ट नेताओं ने मेरे खिलाफ इंटरव्यू देने शुरू कर दिए हैं। अभी और बहुत कुछ सामने आएगा और अंत में मुझे इतना अपमानित किया जाएगा कि मैं पार्टी छोड़ दूंगा। योगेंद्र और प्रशांत के लिए भी यही योजना बनाई गई थी, लेकिन पार्टी में बने रहकर दोनों ने इस योजना को विफल कर दिया था। मेरे ऊपर कीचड़ उछाले जाएंगे, देखता हूं कि मैं इसे सह पाता हूं या नहीं।'

मयंक ने यह भी लिखा है कि अरविंद केजरीवाल देश के लिए उम्मीद हैं। मेरा ब्लॉग केजरीवाल या उनके नेतृत्व को चुनौती देने के लिए नहीं था। 'अगर आप मेरे पिछले ब्लॉग को सावधानी से पढ़ेंगे, तो पाएंगे कि यह मेरे लिए भी चुनौती थी कि कैसे आदेश का पालन न करूं।' इस बीच महाराष्ट्र से पार्टी की नेता अंजलि दमानिया ने मयंक पर कार्रवाई की मांग की है।

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