मायावती और मुलायम भी मिलाएं हाथ: लालू
बिहार में अपने धुर विरोधी रहे जनतादल यूनाइटेड [जदयू] के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ मिलाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भाजपा को शिकस्त देने के लिए बसपा प्रमुख मायावती और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह को एक होने का सुझाव दिया है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्ष्
By Edited By: Updated: Wed, 30 Jul 2014 08:16 AM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। बिहार में अपने धुर विरोधी रहे जनतादल यूनाइटेड [जदयू] के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ मिलाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भाजपा को शिकस्त देने के लिए बसपा प्रमुख मायावती और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह को एक होने का सुझाव दिया है।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार में राजद-जदयू-कांग्रेस गठबंधन से भाजपा के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। राज्य में राजद का कुल तीस फीसद वोट है और जदयू का पंद्रह प्रतिशत। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि भाजपा की कमंडल राजनीति के खिलाफ मंडल ताकतों को एक होना ही होगा। लालू बोले, पूरे देश ने देख लिया है कि केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [राजग] के घटक शिवसेना के सांसद ने किस तरह जबर्दस्ती रोजेदार मुस्लिम को रोटी खिलाने का प्रयास किया। भाजपा ने लोगों को धोखा देकर सत्ता हासिल की है और अब वह सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का काम कर रही है। ऐसे में देश को बचाने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों का गठबंधन जरूरी है।लोकसभा चुनाव में भी दोनों कुछ नहीं कर पाए: सुशील मोदीबिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद-जदयू गठबंधन से राजग का कुछ नहीं बिगड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी दोनों के बीच गुपचुप तौर पर राजनीतिक सहमति थी, पर इससे क्या हुआ। दोनों हमें सिर्फ किशनगंज सीट पर ही हरा सके। विधानसभा चुनाव में लालू का यह गठबंधन भाजपा को कोई नुकसान पहुंचाने की स्थिति में नहीं होगा।