आइएनएस विक्रमादित्य पर उतरने के दौरान मिग 29के को क्षति
गोवा के तट से कुछ दूर अरब सागर में अभियान के दौरान विमान वाहक पोत आइएनएस विक्रमादित्य पर उतरने के दौरान नौसेना के लड़ाकू विमान मिग 2
नई दिल्ली। गोवा के तट से कुछ दूर अरब सागर में अभियान के दौरान विमान वाहक पोत आइएनएस विक्रमादित्य पर उतरने के दौरान नौसेना के लड़ाकू विमान मिग 29के को नुकसान पहुंचा है।
नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि रूसी मूल के इस विमान ने बुधवार को गोवा में नौसैन्य हवाई ठिकाने आइएनएस हंसा से उड़ान भरी थी और विमान वाहक पोत पर उतरते हुए उसके आगे की तरफ के निचले हिस्से को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि विमान का चालक सुरक्षित है और नुकसान के ब्यौरे का आकलन किया जा रहा है।
नौसेना ने विमान वाहक पर हुई इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। यह विमान वाहक पोत पिछले साल के अंत में रूस से 15 हजार करोड़ रुपये की कीमत पर प्राप्त किया गया था।
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि 44,500 टन के लड़ाकू विमान वाहक पोत पर हुए इस हादसे में विमान का चालक विमान उतारने में मदद करने वाली पहली दो अरेस्टर तारों का इस्तेमाल करने से चूक गया और उसने जब दोबारा विमान उड़ाने की कोशिश की तो विमान तीसरी अरेस्टर वायर में फंस गया और लैंडिंग उतनी सुगम नहीं हुई।
भारत ने मिग 29के रूस से प्राप्त किए हैं और भारत एकमात्र ऐसा देश है जो इन दो इंजन वाले नौसैन्य लड़ाकू विमानों का संचालन करता है। भारत ने ऐसे 45 विमानों का ऑर्डर दिया है और इन विमानों से जुड़ी यह पहली दुर्घटना है।
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