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उत्तराखंड आपदा में बिछड़ी मासूम से दुष्कर्म

पिछले साल उत्तराखंड में आई आपदा के दौरान कुदरत के कहर से बची मासूम इंसान की हैवानियत से नहीं बच सकी। त्रासदी के दौरान केदारघाटी में परिवार से बिछड़ी 10 वर्षीय बालिका मंगलवार शाम टिहरी जिले के चंबा शहर में एक होटल के बाहर मिली। उसने अपने साथ दुष्कर्म होने की बात कही है। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने पर चंबा थाना पुलिस ने कोटी कॉलोनी निवासी एक कबाड़ी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रह

By Edited By: Updated: Thu, 28 Aug 2014 01:01 PM (IST)
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नई टिहरी [जागरण संवाददाता]। पिछले साल उत्तराखंड में आई आपदा के दौरान कुदरत के कहर से बची मासूम इंसान की हैवानियत से नहीं बच सकी। त्रासदी के दौरान केदारघाटी में परिवार से बिछड़ी 10 वर्षीय बालिका मंगलवार शाम टिहरी जिले के चंबा शहर में एक होटल के बाहर मिली। उसने अपने साथ दुष्कर्म होने की बात कही है। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने पर चंबा थाना पुलिस ने कोटी कॉलोनी निवासी एक कबाड़ी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है।

बच्ची को अकेला देख होटल व्यवसायी दिनेश कृषाली ने चंबा पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे बाल संरक्षण समिति के पदाधिकारियों को सौंप दिया और उसके परिजनों की तलाश में जुट गई। बच्ची अपने माता-पिता का जो नाम बता रही है, प्रशासन के पास उपलब्ध सूची में वो नाम नहीं मिला।

चंबा थानाध्यक्ष सुखपाल सिंह ने बताया कि मेडिकल में बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि होने पर कोटी कॉलोनी निवासी मणिराम कबाड़ी पर मामला दर्ज किया गया। टिहरी गढ़वाल के पुलिस अधीक्षक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि बच्ची अपने परिजनों के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रही है, लेकिन उसके परिचितों की तलाश जारी है। बाल कल्याण समिति, नई टिहरी की सचिव शगुफ्ता परवीन ने बताया कि बच्ची अपना पता केदारनाथ बता रही है और उसने वहां के गिरिराज स्कूल का नाम लिया है, जिसकी पुष्टि कराई जा रही है।

हादसे वाले दिन को याद कर पीड़ित बच्ची रोने लगती है। उसने बताया कि आपदा वाले दिन वह खच्चर चराने जंगल गई थी। भारी बारिश के बाद जब वह गांव पहुंची तो घरों की जगह बड़े-बड़े पत्थर थे। सेना के जवान उसे हेलीकॉप्टर से हरिद्वार ले आए। यहां अकेले भटकने के बाद वह ट्रेन में बैठकर मेरठ पहुंच गई, जहां एक परिवार ने उसे अपने साथ रखा। बाद में वो लोग उससे मारपीट करने लगे और एक दिन हरिद्वार जाने वाली ट्रेन में बिठा दिया।

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