नवाज को नमो की खरी-खरी, कहा- हिंसा पर लगाम जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की मेहमान नवाजी काफी गर्मजोशी और भावुक अंदाज में की। इसके बाद बातचीत की औपचारिक मेज पर आतंकवाद के मसले पर दोनों के बीच कई खरी-खरी बातें भी हुई। मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि दोस्ती के इरादों पर अमल से पहले हिंसा और आतंकवाद पर लगाम लगाना जरूरी है। उन्होंने मुंबई आतंकी हमले की अदालती सुनवाई की धीमी रफ्तार से लेकर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वालों को मिल रही पनाह जैसे मुद्दे भी शरीफ को गिन
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की मेहमान नवाजी काफी गर्मजोशी और भावुक अंदाज में की। इसके बाद बातचीत की औपचारिक मेज पर आतंकवाद के मसले पर दोनों के बीच कई खरी-खरी बातें भी हुई। मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि दोस्ती के इरादों पर अमल से पहले हिंसा और आतंकवाद पर लगाम लगाना जरूरी है। उन्होंने मुंबई आतंकी हमले की अदालती सुनवाई की धीमी रफ्तार से लेकर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वालों को मिल रही पनाह जैसे मुद्दे भी शरीफ को गिनाए। दोनों पक्ष संबंध सुधार की गाड़ी आगे बढ़ाने के लिए विदेश सचिवों के आपसी संपर्क से रास्ता निकालने पर रजामंद हो गए हैं। इस दौरान मोदी ने पाकिस्तान जाने का न्योता भी कबूल किया। हालांकि, मोदी के पाक दौरे की तारीखें बाद में तय की जाएंगी।
सत्ता परिवर्तन के बाद भारत-पाक प्रधानमंत्रियों की पहली मुलाकात में दोनों ओर से रिश्ते सुधारने के संकल्प के साथ ही अपनी-अपनी चिंताएं भी जाहिर की गई। दिल्ली के हैदराबाद भवन में मंगलवार दोपहर मोदी और शरीफ के बीच करीब 45 मिनट की मुलाकात में यूं तो व्यापार, वाणिज्य, आवाजाही और पानी से लेकर कश्मीर तक लगभग हर मुद्दे पर बात हुई, लेकिन मोदी और शरीफ की पहली औपचारिक शिखर वार्ता में भारत की ओर से आतंकवाद को सबसे ज्यादा तवज्जो दी गई। भारत के लिए आतंकवाद अहम मुद्दा है, तो पाकिस्तान संबंध सुधार के बड़े मुकाम तय करने को उत्सुक है। इन दो धाराओं के बीच फिलहाल सहमति इतनी ही बन पाई है कि विदेश सचिव संबंध सुधार की दिशा में उठाए जाने वाले कदम तय करेंगे। पाक खेमा जहां अगले चरण में विदेश सचिवों की मुलाकात पर जोर दे रहा है। वहीं, एहतियात बरत रहा भारतीय खेमा इसे विदेश सचिवों के संपर्क के जुमले में बांध रहा है।