गोपनीयता के मामले में फिसड्डी भारतीय
सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करने वाले भारतीयों के संदर्भ में एक नई बात सामने आई है। पता चला है कि ज्यादातर भारतीय इंटरनेट पर अपनी गोपनीयता संबंधी [प्राइवेसी सेटिंग्स] बातों को लेकर अनभिज्ञ होते हैं। अध्ययन के मुताबिक करीब 75 फीसद इंटरनेट उपभोक्ता कभी भी गोपनीयता संबंधी निर्देशों को पढ़ते तक नहीं हैं।
By Edited By: Updated: Sun, 09 Dec 2012 09:52 PM (IST)
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करने वाले भारतीयों के संदर्भ में एक नई बात सामने आई है। पता चला है कि ज्यादातर भारतीय इंटरनेट पर अपनी गोपनीयता संबंधी [प्राइवेसी सेटिंग्स] बातों को लेकर अनभिज्ञ होते हैं।
अध्ययन के मुताबिक करीब 75 फीसद इंटरनेट उपभोक्ता कभी भी गोपनीयता संबंधी निर्देशों को पढ़ते तक नहीं हैं। प्रोफेसर पोनुरंगम कुमारगुरु और निहारिका सचदेवा ने प्रीकॉग नामक संगठन के बैनर तले करीब दस हजार लोगों पर सर्वे करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। सर्वे के मुताबिक करीब 75 प्रतिशत लोग किसी वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी देने से पहले गोपनीयता संबंधी नियमों को नहीं पढ़ते हैं। प्रीकॉग इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी के शोधकर्ताओं का समूह है। प्राइवेसी इन इंडिया: एटीट्यूट एंड अवेयरनेस शीर्षक के तहत होना वाला यह अध्ययन भारत में गोपनीयता के निम्न स्तर पर केंद्रित है। अध्ययन के दौरान पाया गया कि लोगों को गोपनीयता के बेहद आम मामले जैसे सार्वजनिक स्थानों पर लगे कैमरे या किसी द्वारा फोटो खींचे जाने के बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं थी। हालांकि गोपनीयता के बारे में पूछे जाने पर लोगों ने शारीरिक, राष्ट्रीय और कार्यस्थल की तुलना में मोबाइल और इंटरनेट के प्रति ज्यादा सतर्कता दिखाई।
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