मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में भाजपा पर हमले तेज करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह तो महाघोटाले का केवल एक छोटा सा नमूना है। अब इस घोटाले में शक की सुई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है। इन आरोपों पर मुख्यमंत्री चौहान का कहना है कि वे कांग्रेस के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे। दिग्विजय सिंह का यह भी कहना है कि बड़े नामों को बचाने के लिए इस मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती का नाम घसीटा गया है।
By Edited By: Updated: Mon, 23 Jun 2014 10:40 PM (IST)
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में भाजपा पर हमले तेज करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह तो महाघोटाले का केवल एक छोटा सा नमूना है। अब इस घोटाले में शक की सुई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है। इन आरोपों पर मुख्यमंत्री चौहान का कहना है कि वे कांग्रेस के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे। दिग्विजय सिंह का यह भी कहना है कि बड़े नामों को बचाने के लिए इस मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती का नाम घसीटा गया है।
कांग्रेस महासचिव ने सोमवार को ट्वीट किया कि वे व्यापमं घोटाले संबंधी बड़ी जानकारियां शीघ्र ही ब्लॉग के जरिये देंगे। भाजपा और आरएसएस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं आ रही है? अभी तक जो सामने आया है वह तो केवल छोटा सा नमूना है। लगभग सभी नियुक्तियां और एमबीबीएस में प्रवेश की जांच होना चाहिए। मालूम हो कि उमा भारती ने इसे चारा घोटाले से भी बड़ा बताया था। पिछले दिनों कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में बड़े राजनीतिज्ञ और प्रशासनिक अधिकारी समेत कई लोग मिले हुए हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि उनके पास इस संबंध में कुछ एसएमएस हैं जोकि राजनेताओं, पत्रकारों ने घोटाले के दो प्रमुख आरोपियों व्यापमं के परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी और नितिन म¨हद्रा और खनन माफिया सुधीर शर्मा को भेजे थे।
मानहानि का जवाब देगी कांग्रेस भोपाल। व्यापमं मामले में सरकार पर तीखे आरोप लगाकर सियासी पारा गर्माने वाली कांग्रेस अब इस मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। तय हुआ है कि मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा किसी से माफी नहीं मांगेंगे। यदि मानहानि का नोटिस दिया जाता है तो उसका उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा।
आरक्षक भर्ती में गोंदिया का कोई नहीं भोपाल। मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी व्यापमं घोटाले के संदर्भ में कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया कि परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में चुने गए अभ्यर्थियों में एक भी गोंदिया (मुख्यमंत्री की ससुराल गांव) का नहीं है।
उमा के नाम पर दिग्विजय ने पकड़ी अलग राह भोपाल। व्यापमं घोटाले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री उमा भारती का बचाव कर अलग राह पकड़ ली। सिंह ने सोमवार को कहा कि बड़े नामों को बचाने के लिए उमा भारती का नाम घसीटा गया है। ज्ञात हो कि प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने जो डिटेल जारी की थी उसमें उमा भारती पर संविदा वर्ग दो परीक्षा में 15 लोगों की सिफारिश करने का आरोप लगाया गया था।
कानूनी सलाह के बाद करूंगा मानहानि का दावा भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीसरी बार विधानसभा चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस सन्निपात की स्थिति में चली गई है। इसलिए निचले स्तर पर जाकर झूठे आरोप लगा रही है। व्यापमं घोटाले के संदर्भ में कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर मैं अपने वकीलों से परामर्श कर रहा हूं जल्दी ही मानहानि का प्रकरण दर्ज कराऊंगा। पत्रकारों ने इस मुद्दे पर जब और सवाल किए तो मुख्यमंत्री बोले कि अब तो सारे सवालों का जवाब कोर्ट में ही देंगे, उन्होंने दोहराया कि मानहानि का दावा जरूर करूंगा।
पूरी पार्टी शिवराज के साथ: झा प्रदेश भाजपा कार्यालय में मौजूद सांसद प्रभात झा ने कहा कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए थे, लेकिन उस मामले में भी कुछ नहीं निकला। मुख्यमंत्री चौहान के साथ पूरी पार्टी खड़ी है। कांग्रेस के आरोपों का डटकर मुकाबला करेंगे। इस मामले में हम लोग मानहानि का दावा ठोक रहे हैं। इसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
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