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मुंबई सामूहिक दुष्कर्म में कोई भी नाबालिग नहीं

मायानगरी को दहला देने वाले सामूहिक दुष्कर्म कांड का कोई भी आरोपी नाबालिग नहीं है। महिला फोटो पत्रकार के साथ बृहस्पतिवार शाम हुए सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को पहली बार मुंबई के पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह ने आरोपियों की जानकारी देते हुए बताया कि सबसे कम उम्र के चांद शेख की उम्र भी 18 वर्ष से ज्यादा है। वह इससे पहले वर्ष 2011 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दरअसल, चांद की मां और उसकी दादी उसकी गिरफ्तारी के बाद से उसे नाबालिग बता रही थीं।

By Edited By: Updated: Mon, 26 Aug 2013 08:44 PM (IST)
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मुंबई, जागरण संवाददाता। मायानगरी को दहला देने वाले सामूहिक दुष्कर्म कांड का कोई भी आरोपी नाबालिग नहीं है। महिला फोटो पत्रकार के साथ बृहस्पतिवार शाम हुए सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को पहली बार मुंबई के पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह ने आरोपियों की जानकारी देते हुए बताया कि सबसे कम उम्र के चांद शेख की उम्र भी 18 वर्ष से ज्यादा है। वह इससे पहले वर्ष 2011 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दरअसल, चांद की मां और उसकी दादी उसकी गिरफ्तारी के बाद से उसे नाबालिग बता रही थीं। सोमवार को कोर्ट ने रविवार को गिरफ्तार किए गए सलीम अंसारी को 5 सितंबर तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

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डॉ. सिंह के अनुसार इस मामले के सभी आरोपी बालिग हैं। सबसे ज्यादा उम्रके आरोपी की उम्र 27 साल है। सभी आरोपी एक ही इलाके में रहते हैं। इनमें कुछ के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हुए हैं। गैंग का सरगना माना जा रहा कासिम बंगाली कुछ साथियों के साथ शक्ति मिल के खंडहर में ही चार अन्य महिलाओं के साथ भी दुष्कर्म कर चुका है। ये सभी कूड़ा-कचरा बीनने का काम करती थीं। उनकी ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के कारण पुलिस के पास इन घटनाओं का कोई विवरण नहीं है। पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने भी इन घटनाओं से अनभिज्ञता जताई। पुलिस ने घटनास्थल से सभी वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा लिए हैं। आरोपियों से कुछ मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। हालांकि, जिस मोबाइल से पीड़िता की तस्वीरें ली गई थीं, वह अब तक बरामद नहीं हो पाया है।

सत्यपाल सिंह ने बताया कि अब मुंबई पुलिस की अपराध शाखा आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र तैयार करने में लगी है। घटना के बाद पुलिस विभाग ने महानगर में 272 सुनसान जगहों की पहचान की है। इन जगहों के मालिकों को आगाह किया जा रहा है कि वे निगरानी का इंतजाम करें, नहीं तो किसी दुर्घटना की स्थिति में उन्हें भी जिम्मेदार माना जाएगा। सिंह ने कहा कि महालक्ष्मी में महिला पत्रकार के साथ हुई घटना गंभीर है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मुंबई में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

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