फिर सुर्खियों में आए नरेंद्र भाटी
विवादों से चोली दामन का साथ रखने वाले सपा नेता नरेंद्र भाटी फिर सुर्खियों में हैं। कभी लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को अपने पक्ष में फर्जी वोट डालने को प्रेरित करने तो कभी आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को 41 मिनट में निलंबित कराने के विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले सपा नेता नरेंद्र भाटी एक बार फिर विव
लखनऊ। विवादों से चोली दामन का साथ रखने वाले सपा नेता नरेंद्र भाटी फिर सुर्खियों में हैं। कभी लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को अपने पक्ष में फर्जी वोट डालने को प्रेरित करने तो कभी आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को 41 मिनट में निलंबित कराने के विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले सपा नेता नरेंद्र भाटी एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। ग्रेटर नोएडा में कल रात भाजपा नेता तथा दादरी नगर पंचायत अध्यक्ष गीता पंडित ते पति विजय पंडित की हत्या में सीधे तौर पर नरेंद्र भाटी पर आरोप लगने के बाद से वो फिर सुर्खियों में हैं।
नोएडा में भाटी को इस हत्याकांड की बाबत आज एक प्रेस काफ्रेंस करनी थी, लेकिन वो नहीं आए। इतना नहीं नहीं उन्होंने तो इस कांफ्रेंस के पहले ही एक बयान जारी पर विजय पंडित को जानने से भी इन्कार कर दिया। उधर विजय पंडित की पत्नी गीता पंडित ने अपने पति की हत्या में सीधे तौर पर नरेंद्र भाटी का हाथ होने की बात कही है। गीता पंडित ने कहा कि विजय पंडित दादरी क्षेत्र में सभी रंगदारी वसूलने का खुलकर विरोध करते थे, इससे सभी व्यापारी तथा अन्य लोग उनसे काफी खुश रहते थे, लेकिन दुश्मन बढ़ते ही जा रहे थे। उनकी हत्या से पहले अनिल दुजाना और एसपी नेता नरेंद्र भाटी ने धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र भाटी तो सरकार के दम पर कुछ भी करवाने की धमकी देते रहते थे। नोएडा से सपा से लोकसभा का चुनाव लड़े नरेंद्र भाटी ने उनके पति से भाजपा के प्रत्याशी महेश शर्मा का समर्थन न करने को कहा था। धमकी दी थी कि सरकार हमारी है, चुनाव के बाद बहुत बुरा हाल होगा। गीता पंडित ने कहा कि हम लोगों ने नरेंद्र भाटी तथा अनिल दुजाना के खिलाफ पहले कई बार शिकायत की थी, लेकिन उसको नजर अंदाज कर दिया गया। पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। गीता पंडित ने कहा है कि उन्हें राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है और इस हत्या की जांच सीबीआई से होनी चाहिए।