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महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद के कारण टूटा कांग्रेस से गठबंधन : पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद ने पार्टी को कांग्रेस से पंद्रह साल पुराने गठबंधन को तोड़ने जैसा साहसिक फैसला लेने के लिए मजबूर किया। मराठा नेता ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों से समर्थन

By Edited By: Updated: Fri, 26 Sep 2014 04:20 PM (IST)
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नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी [एनसीपी] के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद ने पार्टी को कांग्रेस से पंद्रह साल पुराने गठबंधन को तोड़ने जैसा साहसिक फैसला लेने के लिए मजबूर किया। मराठा नेता ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों से समर्थन लेने का प्रयास करेगी।

पवार ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि हमारी पार्टी और कांग्रेस के बीच कई नाजुक मुद्दों पर मतभेद थे। समय की कमी और अन्य अनसुलझे मुद्दों ने हमें कांग्रेस से 15 साल पुराने संबंध को तोड़ने का साहसिक फैसला लेने के लिए मजबूर किया। इसलिए हमारी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है और हमें चुनाव में अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों से सहयोग लेने में खुशी होगी।

हालांकि पवार ने उन नाजुक मुद्दों का खुलासा नहीं किया जिसकी वजह से गठबंधन टूटा। लेकिन माना जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर बातचीत के अंतिम समय में एनसीपी द्वारा सत्ता में आने पर ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मांगे जाने के कारण गठबंधन का पेंच फंसा। यह फार्मूला कांग्रेस ने पिछले कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन में आजमाया था।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के समर्थक लंबे समय से इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि एनसीपी नेता अजित पवार सीएम पद की आकांक्षा रखने की वजह से दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं होने देना चाहते हैं।

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