भाजपा के 75 प्लस फार्मूले की जद में कई दिग्गज
नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल की तरह भाजपा संगठन में भी नए चेहरों को जगह देने और 75 वर्ष से ज्यादा आयु वाले नेताओं को जिम्मेदारी मुक्त करने की चर्चा से कई दिग्गजों की बेचैनी बढ़ी है। भाजपा के नए कप्तान अमित शाह का फरमान आने के बाद से हलचल बढ़ गई है। शाह स्पष्ट कर चुके हैं, 75 वर्ष से अधिक आयु और पिछले दायित्व
By Edited By: Updated: Mon, 14 Jul 2014 09:23 AM (IST)
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल की तरह भाजपा संगठन में भी नए चेहरों को जगह देने और 75 वर्ष से ज्यादा आयु वाले नेताओं को जिम्मेदारी मुक्त करने की चर्चा से कई दिग्गजों की बेचैनी बढ़ी है।
भाजपा के नए कप्तान अमित शाह का फरमान आने के बाद से हलचल बढ़ गई है। शाह स्पष्ट कर चुके हैं, 75 वर्ष से अधिक आयु और पिछले दायित्वों में अपने पद के साथ न्याय नहीं करने वालों को संगठन में स्थान मिल पाना मुश्किल होगा। 75 प्लस फार्मूले में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और पूर्व सांसद लालजी टंडन दो ऐसे नाम भी आते हैं। राजनाथ सिंह की टीम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे कल्याण सिंह को संगठन के बजाए राज्यपाल बनाने का आफर मिला। कल्याण सिंह राजभवन जाने को राजी नहीं हैं जबकि पूर्व सांसद लालजी टंडन ने अपनी सहमति जता दी है। बहरहाल यह तय है कि उक्त दोनों को टीम शाह में स्थान नहीं मिलेगा। 75 प्लस के फार्मूले में शिक्षा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक रहे नरेंद्र सिंह को दोबारा मौका मिल पाना भी संभव नहीं दिख रहा। इसी क्रम में विधायक दल नेता रहे हुकुम सिंह भी राष्ट्रीय राजनीति में हाशिए पर ही रह जाएंगे। केंद्रीय टीम के लिए दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है। मौजूदा महामंत्री वरूण गांधी, सतपाल मलिक एवं मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा राष्ट्रीय मंत्री विनोद पांडेय, प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी व श्रीकांत शर्मा के अलावा महिला कोटे से कुसुम राय व सावित्रीबाई फूले जैसेनाम लिए जा रहे हैं। प्रदेश से केंद्रीय टीम में रह चुके सांसद विनय कटियार को भी शायद ही संगठन में जगह मिल सके।