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फ‍िर बिगड़ेगा मौसम, यूपी में जमा देने वाली ठंड, कानपुर में जीरो डिग्री पर पारा, 62 की मौत

उत्‍तर भारत में शीतलहर के बाद अब बारिश के साथ ओलावृष्टि से लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उत्‍तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी से 62 लोगों की मौत हो गई है। जाने मौसम का हाल...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 07:56 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 05:03 PM (IST)
फ‍िर बिगड़ेगा मौसम, यूपी में जमा देने वाली ठंड, कानपुर में जीरो डिग्री पर पारा, 62 की मौत

नई दिल्‍ली, एजेंसी/ब्‍यूरो। उत्‍तर से लेकर मध्‍य एवं पूर्वी भारत में शीत लहर की आफत के बाद अब बारिश, ओलावृष्टि एवं बर्फबारी से लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। उत्‍तर पाकिस्‍तान और इससे सटे जम्‍मू-कश्‍मीर के करीब एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो उत्‍तर भारत के पहाड़ी इलाकों को प्रभावित कर रहा है। इससे जम्‍मू-कश्‍मीर के उत्‍तरी एवं पश्चिमी भागों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग की मानें तो नए साल के पहले दिन पश्चिमी विक्षोभ के और आगे बढ़ने की वजह से उत्‍तर भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश के साथ ओले पड़ेंगे। यूपी में ठंड ने जानलेवा शक्‍ल अख्तियार कर ली है। कानपुर में मंगलवार को सुबह पारा जीरो डिग्री सेल्‍सियस के पास पहुंच गया। सूबे में बीते 48 घंटे में ठंड से 62 लोगों की मौत हो गई है। 

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कानपुर में जीरो डिग्री पर पहुंचा पारा

मौसम विभाग के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआइ और एएनआइ ने बताया कि दिल्‍ली में मंगलवार को सबसे कम तापमान आयानगर इलाके में दर्ज (4.5) किया गया। पंजाब में सबसे कम तापमान अमृतसर (4.3) में जबकि राजस्‍थान में सबसे कम तापमान जयपुर में 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में सबसे कम न्‍यूनतम तापमान हिसार में 5.2 दर्ज किया गया जबकि बिहार में गया जिला 4.8 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे सर्द रहा। उत्‍तर प्रदेश में कानपुर सबसे सर्द इलाका रहा जहां तापमान मात्र जीरो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जबकि लखनऊ में यह 0.7 डिग्री पर रिकॉर्ड किया गया। बहराइच में न्‍यूनतम तापमान 0.2 डिग्री जबकि झांसी में 1.8, बाराबंकी में 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुल्‍तानपुर में सुबह का न्‍यूनतम तापमान 2.4, बरेली में 2.5 चुरू में 2.6 और बांदा में तीन ड‍िग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 

 

इन इलाकों में होगी बारिश 

मौसम विभाग की ओर से जारी ऑल इंडिया बुलेटिन में कहा गया है कि मध्‍य प्रदेश, विदर्भ, छत्‍तीसगढ़, पूर्व राजस्‍थान में आज यानी मंगलवार को गरज चमक के साथ बारिश (Thunderstorm) हो सकती है। वहीं स्‍काईमेट वेदर की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्‍की से मध्‍यम बारिश होने के आसार बन रहे हैं। इससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान बढ़ेगा जिससे लोगों को कड़कड़ाती सर्दी से फौरी राहत तो मिल जाएगी लेकिन चार और पांच जनवरी से सर्दी का दूसरा दौर देखने को मिल सकता है। 

दिल्ली में हाड़ कंपा देने वाली ठंड

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का प्रकोप मंगलवार को भी जारी है। सुबह दिल्‍ली में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सोमवार को इसी समय दर्ज किए गए तापमान से दो डिग्री अधिक है। दिल्‍ली में आर्द्रता का स्तर 91 फीसद दर्ज किया गया। वायु की गुणवत्ता 401 दर्ज की गई जो गंभीर श्रेणी में आती है। बता दें कि इस सीजन में दिल्‍ली में दिसंबर माह का सबसे कम औसतन अधिकतम तापमान का 119 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। सन 1951 के बाद कल सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में दिसंबर-फरवरी अवधि का सबसे सर्द दिन दर्ज किया गया। 

थम नहीं रहा ठंड से मौतों का सिलसिला, यूपी में 63 की मौत 

कड़ाके की ठंड से लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को उत्‍तर प्रदेश में 63 और पंजाब में तीन लोगों की मौत हो गई। कोहरे कारण हुए हादसों में उत्‍तर प्रदेश में सात और पंजाब में दो लोगों की जान गई। ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ठंड से लोगों को ज्यादातर सांस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस मामल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ओपीडी में 20 फीसद की वृद्धि हुई है। इनमें ज्यादातर लोग सांस की बीमारियों से पीड़ित हैं। 

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शीतलहर 

कड़ाके की ठंड के कारण मध्य भारत में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तापमान में भारी गिरावट आई है और कई शहरों में शीतलहर चल रही है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट की मानें तो पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान गिरकर 3 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के सीधी, खजुराहो, दतिया, ग्वालियर और सतना जैसे कई क्षेत्रों में सर्द दिन की स्थिति बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो पश्चिमी हिमालय से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलने की वजह से ऐसी भीषण सर्दी देखने को मिल रही है। 

साफ दिख रहा जलवायु परिवर्तन का असर 

प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने ऐसी परिस्थितियों के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन से मौसमी गतिविधियां अब चरम पर पहुंचने लगी हैं। गर्मी में तापमान बहुत अधिक चला जाता है तो मानसून में बारिश का रिकॉर्ड टूटने लगा है और सर्दियों में शीतलहर भी ज्यादा ही लंबी चल रही है। पिछले लगभग एक पखवाड़े से बादल महज 200 से 300 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद हैं। नमी, धूल और प्रदूषण ने बादलों की परत को और मोटा कर दिया है जिससे सूरज की किरणों धरती तक नहीं पहुंच पा रही हैं। नतीजतन ठंड बढ़ गई है। 

कोहरे का कहर, 34 ट्रेनें लेट 

कोहरे के चलते दिल्ली से होकर आने-जाने वाली 34 ट्रेनें देर से चल रही हैं। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में भी इजाफा हुआ है। राष्‍ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्‍तर मंगलवार को खतरनाक श्रेणी 431 पर पहुंच गया। मौसम विभाग के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआइ ने बताया है कि उत्‍तर प्रदेश में कोहरे की समस्‍या बरकरार है। बहराइच, लखनऊ और गोरखपुर में विजिबिलिटी Visibility 25 मीटर दर्ज की गई। पटियाला, चुरू, जैसलमेर, झांसी, सुल्‍तानपुर, वाराणसी, पटना, गया और पुर्णिया में विजिबिलिटी 50 मीटर दर्ज की गई।  


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