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नीतीश का मोदी पर हमला, कहा- हवा बनाने से काम नहीं चलता

राजगीर में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के चिंतन शिविर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर भड़ास निकाली। साथ ही भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए कहा कि सिर्फ हवा बनाने से काम नहीं चलता।

By Edited By: Updated: Tue, 29 Oct 2013 03:28 PM (IST)

बिहारशरीफ। राजगीर में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के चिंतन शिविर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर भड़ास निकाली। साथ ही भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए कहा कि सिर्फ हवा बनाने से काम नहीं चलता।

नीतीश ने नरेंद्र मोदी को इतिहास का अदभुत ज्ञाता बताते हुए कहा कि मोदी ने अपने भाषण में चंद्रगुप्त मौर्य को गुप्तवंश का बताया, जबिक वे मौर्यवंश के संस्थापक थे। तक्षशिला पाकिस्तान में जबकि उसको बिहार में बताया गया। सिकंदर सतलज नदी तक पहुंचा था लेकिन मोदी ने उसे गंगा नदी तक पहुंचा दिया।

नीतीश ने चुटकी लेते हुए कहा कि हुंकार रैली के दौरान नरेंद्र मोदी द्वारा बार-बार पसीना पोंछने पड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि किस बात की इतनी उत्तेजना। देश की 120 करोड़ की जनता की रहनुमाई करने वाले व्यक्ति को धैर्यवान होना चाहिए। नरेंद्र मोदी द्वारा नीतीश के गुजरात में किए गए आतिथ्य पर कहा कि मैं तो गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का अतिथि था।

उन्होंने कहा कि एक और झूठी कथा सुनाई गई कि प्रधानमंत्री के खाने के टेबल पर नरेंद्र मोदी हमारे साथ थे। ऐसी झूठी कथा सुनानेवाले उन्हीं के राज्य के एक कथावाचक का क्या हाल हुआ है इससे उन्हें सबक लेनी चाहिए। देश में गजब की हवा बनायी जा रही है। यह हवा कुदरती नहीं बल्कि ब्लोअर की है।

मंच से लोकतंत्र नहीं बल्कि फांसीवाद की भाषा का उपयोग हो रहा है। मंच से तीन-तीन बार पूछा जा रहा है कि अपने विरोधियों को चुन-चुन कर साफ करोगे? मैं सचेत करता हूं। बिहार के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। जेपी से नाता तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है। यह तुकबंदी है। चूंकि बीजेपी के साथ जेपी जुड़ा है तो इसे तुकबंदी में कहा गया कि जो जेपी को छोड़ सकते हैं वे बीजेपी को क्यों नहीं छोड़ सकते। हमने कब जेपी को छोड़ा है?

इसके अलावा उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि 17 साल पुरानी गठबंधन टूटने के लिए जदयू नहीं बल्कि भाजपा खुद जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मैं खुद गठबंधन को बरकरार रखना चाहता था, लेकिन भाजपा के जिद के कारण गठबंधन को बचाया नहीं जा सकता।

पढ़ें: नरेंद्र मोदी ने चुकाया नीतीश से हिसाब

नीतीश ने अपने पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए कहा कि पार्टी कार्यकर्ता संघन जनसंपर्क अभियान छेड़ेंगें। सघन जनसंपर्क अभियान के माध्यम से पार्टी आम जनता से जुड़कर समस्या का समाधान करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में 12 संकल्प रैलियां आयोजित की जाएंगी। राज्य को विशेष पैकेज के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बिहार को अपना हक मिलना चाहिए और इसके लिए वह संघर्ष करती रहेगी।

जदयू के चिंतन शिविर में उन्होंने रैली के बारे में कहा कि बिहार की जनता ने दिल्ली के अधिकार रैली में जो कीर्तिमान बनाया था उसको किसी भी राजनीतिक दल द्वारा तोड़ना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकार रैली किसी व्यक्ति विशेष के लिए रैली नहीं थी बल्कि बिहार की जनता की हक के लिए रैली की गई थी।

नाराज हुए शिवानंदजदयू के चिंतन शिविर में भाषण के दौरान रोक टोक से नाराज सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि मुझे पता है कि पार्टी में मेरी क्या स्थिति है। कहा कि हमें नरेंद्र मोदी की ताकत को ध्यान में रखना होगा। इसे नजरअंदाज कर चलना खतरनाक होगा। उनके भाषण के दौरान कार्यकर्ता शोर मचा रहे थे। यह व्यवहार सांसद को नागवार लगा।

चिंतन शिविर में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने ब्यूरोक्रेसी के बेलगाम होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को जनहितकारी नीति को लागू करने के ब्यूरोक्रेसी पर नियंत्रण रखना ही होगा ।

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