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मांझी ने बगावत नहीं, धोखा दियाः नीतीश

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जो कुछ किया है, वह बगावत नहीं धोखा है। उन्हें सत्ता सौंपते समय स्पष्ट बताया गया था कि कामकाज का रोडमैप तैयार है। ठीक ढंग से सरकार चलाते हुए इसे आगे बढ़ाइए। मगर वे रोडमैप के

By Sachin kEdited By: Updated: Sun, 15 Feb 2015 08:12 AM (IST)

जागरण ब्यूरो, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जो कुछ किया है, वह बगावत नहीं धोखा है। उन्हें सत्ता सौंपते समय स्पष्ट बताया गया था कि कामकाज का रोडमैप तैयार है। ठीक ढंग से सरकार चलाते हुए इसे आगे बढ़ाइए। मगर वे रोडमैप के अनुसार, कामकाज को आगे बढ़ाने की बजाय वैकल्पिक सरकार की तरह काम करने लगे। इससे सुशासन की धज्जियां उड़ने लगीं।

मांझी के कठपुतली सरकार चलाने की कोशिश संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से कोई लेना-देना नहीं था। मैंने तो उन्हें सत्ता सौंप दी थी। वे अपनी मर्जी की करते गए और कहते रहे कि मेरा मौन समर्थन उन्हें प्राप्त है। मैं तो दोतरफा मार झेल रहा था।

जनता भी दुखी थी। भाजपा भी कोस रही थी। उन्हें कई बार समझाने की कोशिश की गई। मगर कोई असर नहीं हुआ। राज्यपाल द्वारा सत्ता के लिए उतावला कहे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो यह उचित नहीं है। संवैधानिक पद की मर्यादाओं के अनुरूप भी नहीं है। सीक्रेट बैलेट के राज्यपाल द्वारा दिए गए विकल्प पर बोले कि दल-बदल कानून के बाद यह हो ही नहीं सकता।

नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का मुखिया ही साजिश करता है तो क्या होगा? क्या ऐसे ही बनेगा श्रेष्ठ भारत? उन्होंने एक वीडियो कैप्सूल जारी कर बिहार के राजनीतिक संकट से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मांझी ने मुझे दोबारा मुख्यमंत्री बनने के लिए मजबूर किया है और मैं तैयार हूं।

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