मुरथल में महिलाओं के साथदुष्कर्म की पुष्टि नहीं: हरियाणा
पिछले महीने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म नहीं हुआ था। हरियाणा सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में ऐसे आरोपों की पुष्टि के लिए अभी तक कोई भी साक्ष्य नहीं मिलने का दा
By Kamal VermaEdited By: Updated: Fri, 18 Mar 2016 04:40 AM (IST)
नई दिल्ली। पिछले महीने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म नहीं हुआ था। हरियाणा सरकार ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में ऐसे आरोपों की पुष्टि के लिए अभी तक कोई भी साक्ष्य नहीं मिलने का दावा किया है। मनोहर खट्टर सरकार का कहना है कि मुरथल के पास मिले महिलाओं के कुछ कपड़ों को आसपास की दुकानों से लूटे गए हो सकते हैं। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार इस घटना की जांच कर रही है।
गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हरियाणा सरकार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में ढाबे के पास महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना सही नहीं हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार घटना की पुष्टि के लिए अभी तक न तो कोई गवाह मिला है और न ही किसी पीडि़त ने इसकी शिकायत की है। ऐसे में मीडिया में छपी सुनी-सुनाई बातों पर आधारित खबरों के सही होने की गुंजाइश कम है।मुरथल कांड : फिर खंगाले जाएंगे हाईवे पर लगे सीसीटीवी के रिकॉर्ड
मुरथल ढाबे के पास खेतों में पड़े मिले महिलाओं के कुछ कपड़ों के बारे में हरियाणा सरकार का कहना है कि ये कपड़े आसपास की दुकानों से लूटे गए हो सकते हैं। आंदोलन के दौरान ढाबे के नजदीक कई दुकानों को लूट लिया गया था। इसी क्रम में कुछ कपड़े खेतों में गिर गए होंगे। लेकिन साथ ही हरियाणा सरकार ने यह भी स्वीकार किया है कि इस मामले की जांच जारी है और सच्चाई का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
मुरथल ढाबे के पास खेतों में पड़े मिले महिलाओं के कुछ कपड़ों के बारे में हरियाणा सरकार का कहना है कि ये कपड़े आसपास की दुकानों से लूटे गए हो सकते हैं। आंदोलन के दौरान ढाबे के नजदीक कई दुकानों को लूट लिया गया था। इसी क्रम में कुछ कपड़े खेतों में गिर गए होंगे। लेकिन साथ ही हरियाणा सरकार ने यह भी स्वीकार किया है कि इस मामले की जांच जारी है और सच्चाई का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।