हमारे दफ्तरों पर छापे नहीं, जांच में करेंगे पूरा सहयोगः रिलायंस
पेट्रोलियम मंत्रालय में हुए कार्पोरेट जासूसी कांड को लेकर अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस समूह ने कहा कि उनके किसी भी दफ्तर पर पुलिस की छापेमारी नहीं हुई है। समूह के अधिकारियों ने इस मामले में एक बयान जारी कर कहा कि वे इस मामले में सरकार और पुलिस
By anand rajEdited By: Updated: Mon, 23 Feb 2015 12:59 PM (IST)
नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय में हुए कार्पोरेट जासूसी कांड को लेकर अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस समूह ने कहा कि उनके किसी भी दफ्तर पर पुलिस की छापेमारी नहीं हुई है। समूह के अधिकारियों ने इस मामले में एक बयान जारी कर कहा कि वे इस मामले में सरकार और पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।
मामले में पुलिस ने अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह के एक कर्मचारी ऋषि आनंद को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गोपनीय दस्तावेज खरीदने के आरोप में रिलायंस समेत पांच बड़े ऊर्जा कंपनियों के पांच अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है। रिलायंस के अधिकारियों ने बताया कि ऋषि आनंद की गिरफ्तारी के वक्त उनके पास से कोई भी गोपनीय दस्तावेज बरामद नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि हम अपने व्यापारिक व्यवहार में मर्यादा का पालन करते हैं और किसी भी तरह के गैरकानूनी गतिविधियों का समर्थन नहीं करते हैं। कंपनी ने ये बातें अपने लाखों निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए जारी किया है। बता दें कि कार्पोर्ट जासूसी मामले में पुलिस ने पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कर्मचारियों समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों कर्मचारियों पर मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेज चुराकर प्राइवेट कंपनियों को बेचने का आरोप है।