Move to Jagran APP

अयोध्या के विवादित स्थल पर रामनवमी को नहीं हुई पूजा

अयोध्या। उन्नीस साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए एक आदेश की वजह से अयोध्या के विवादित स्थल पर इसबार रामनवमी के दिन पूजा अर्चना नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जिला प्रशासन ने विवादित स्थल पर इसबार किसी धार्मिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक कोर्ट द्वारा नियुक्त पुजारी अचार्य सत्येंद्र दास को ही सरकार द्वारा अधिग्रहित 67 एकड़ भूमि में किसी धार्मिक गतिविधि करने की इजाजत है। हालांकि पिछले 1

By Edited By: Updated: Sat, 20 Apr 2013 05:17 PM (IST)

अयोध्या। उन्नीस साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए एक आदेश की वजह से अयोध्या के विवादित स्थल पर इसबार रामनवमी के दिन पूजा अर्चना नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जिला प्रशासन ने विवादित स्थल पर इसबार किसी धार्मिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक कोर्ट द्वारा नियुक्त पुजारी अचार्य सत्येंद्र दास को ही सरकार द्वारा अधिग्रहित 67 एकड़ भूमि में किसी धार्मिक गतिविधि करने की इजाजत है। हालांकि पिछले 19 वर्षो से राम जन्म भूमि सेवा समिति से जुड़े स्थानीय लोग विवादित स्थल पर रामनवमी के दिन प्रार्थना करते रहे हैं।

28 जनवरी 2013 को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में विवादित स्थल से लगते 67 एकड़ भूमि में यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश देते हुए वहां किसी तरह के धार्मिक गतिविधि से बचने को कहा था।

इस हफ्ते के शुरू में फैजाबाद के डीएम विपिन कुमार द्विवेदी ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी की धार्मिक भावना को ठेस न पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार वहां यथास्थिति बनाए रखेंगे।

इस साल बाबरी मस्जिद केस के सबसे पुराने वादी हाशिम अंसारी ने विवादित स्थल पर प्रार्थना का कड़ा विरोध किया था। इसी मामले में एक और याचिकाकर्ता खालिक अहमद खान ने कहा कि हम 19 साल से हो रहे कोर्ट आदेश के उल्लंघन का विरोध कर रहे थे। इस बार हमने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त आब्जर्वर का दरवाजा खटखटाया था।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर