नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के इंजीनियर-इन-चीफ रहा यादव सिंह कहां है, किसी को पता नहीं। घर पर आयकर विभाग का छापा पडऩे के दिन से ही वह लापता है। छापे के बाद उसको चीफ इंजीनियर के पद से हटाकर प्राधिकरण के कार्मिक विभाग से अटैच कर दिया गया
By manoj yadavEdited By: Updated: Fri, 05 Dec 2014 02:01 AM (IST)
नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के इंजीनियर-इन-चीफ रहा यादव सिंह कहां है, किसी को पता नहीं। घर पर आयकर विभाग का छापा पडऩे के दिन से ही वह लापता है। छापे के बाद उसको चीफ इंजीनियर के पद से हटाकर प्राधिकरण के कार्मिक विभाग से अटैच कर दिया गया था पर वह बिना सूचना छुट्टी पर है। ऐसे में यादव सिंह को अनुशासनहीनता पर प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी किया जा सकता है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर निलंबन की कार्रवाई भी हो सकती है। इसको लेकर प्राधिकरण में तैयारी शुरू हो गई है। बताया जाता है कि नोएडा प्राधिकरण यादव सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर बिना सूचना के छुट्टी पर जाने का कारण पूछ सकता है। इसके लिए बृहस्पतिवार को प्रक्रिया शुरू हो गई। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी है कि यादव सिंह कार्यालय में कब से बिना सूचना के छुट्टी पर चल रहा है।
सिंगापुर-थाइलैंड से जुड़े तार नोएडा। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यादव सिंह की कारगुजारी की परत-दर-परत खुलने लगी है। उसका विदेशी कनेक्शन भी सामने आने लगा है, जहां पर पूंजी निवेश की अटकलें लगाई जा रही हैं। बसपा सरकार में वर्ष 2007-09 के बीच यादव सिंह ने एक दर्जन बार विदेशों का दौरा किया। इसमें दो बार आधिकारिक रूप से विदेश जाने की बात प्राधिकरण के ओर से बताई जा रही है, लेकिन सिंगापुर-थाइलैंड जैसी देशों का गैर आधिकारिक दौरा उसकी ओर से बार-बार क्यों किया गया? यह बात फिलहाल समझ से परे है। सवाल यह उठता है कि कहीं यादव सिंह ने अपनी पत्नी को किसी रणनीति के तहत तलाक तो नहीं दिया, जिससे थाइलैंड में काली कमाई को खपाया जा सके। गौरतलब है कि यहां पर नागरिकता प्राप्त किसी भी लड़की से शादी करने के बाद यहां जमीन खरीद कर आसानी से कारोबार शुरू किया जा सकता है।तीन और लॉकर खुले
लखनऊ। आयकर विभाग ने बृहस्पतिवार को यादव सिंह के तीन और लॉकर खोले। इनसे जो दस्तावेज मिले हैं, उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि उसकी कुल संपत्ति एक हजार करोड़ से ज्यादा हो सकती है। 13 में से बचे पांच लॉकर शुक्रवार को खोले जाएंगे। इस बीच चौतरफा हो रही किरकिरी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कार्रवाई से पहले यादव की काली कमाई का चिट्ठा प्राधिकरण को तैयार करने के गुपचुप आदेश जारी कर दिए हैं।फरार हुआ यादव का भाई
आगरा। यादव सिंह का भाई कपूर चंद भी भूमिगत हो गया। बुधवार को घर पर कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों पर हमले और लूटपाट के आरोपी कपूर चंद के परिवार के सदस्य भी फरार हो गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिश दी। उसके खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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