अरुण जेटली संभालेंगे दिल्ली चुनाव की कमान !
भारतीय जनता पार्टी ने अब दिल्ली विधानसभा चुनाव की लगभग सारी जिम्मेदारी अरुण जेटली के कंधों पर डाल दी है। सूत्रों की मानें तो भाजपा हाइकमान ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को निर्देश दिया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव की सारी जिम्मेदारी संभालें, जिसमें चुनाव प्रबंधन, प्रचार की
By T empEdited By: Updated: Wed, 28 Jan 2015 12:36 PM (IST)
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने अब दिल्ली विधानसभा चुनाव की लगभग सारी जिम्मेदारी अरुण जेटली के कंधों पर डाल दी है। सूत्रों की मानें तो भाजपा हाइकमान ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को निर्देश दिया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव की सारी जिम्मेदारी संभालें, जिसमें चुनाव प्रबंधन, प्रचार की मॉनिटरिंग और कार्यकर्ताओं से प्रतिदिन मिलना शामिल है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव तक जेटली भाजपा के कार्यालय में ही बैठेंगे। इसके साथ ही सूत्रों का कहना है कि 90 भाजपा सांसदों को दिल्ल्ाी में चुनाव की विशेष जिम्मेदारी दी गई है।दरअसल, ताजा सर्वे में भाजपा अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी(आप) से पिछड़ती हुई नजर आ रही है। इसके बाद ही हाइकमान ने जेटली को तलब कर उन्हें चुनाव की पूरी जिम्मेदारी सौंप दी। इधर भाजपा बुधवार से अपने स्टार प्रचारकों को भी दिल्ली के दंगल में उतार रही है। इनमें सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी, परेश रावल, मनोहर लाल खट्टर और सतपाल महाराज शामिल हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अगले कुछ दिनों में दिल्ली में चार रैलियों को संबोधित करेंगे।इसे भी पढ़ें:किरण बेदी ने केजरीवाल को भेजा कानूनी नोटिस
अरुण जेटली के अलावा पार्टी ने अपने कुछ अन्य बड़े मंत्रियों को भी दिल्ली चुनाव में अलग-अलग काम की जिम्मेवारी सौंपी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जनता के बीच जायेंगे और आम लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा की जाने वाली पहल और राज्य में सरकार गठन होने पर किये जाने वाले कार्यो के बारे में बतायेंगे। उधर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी लोगों को शिक्षा से संबंधित विषयों के बारे में बतायेंगे। केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण जनता के बीच जाकर वित्त मामलों पर सीधा संवाद करेंगी।इसे भी पढ़ें: पार्टियां नहीं चाहतीं महिलाओं की हुकूमत
भाजपा ने किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। लेकिन ऐसा करने के बावजूद सर्वे बताते हैं कि दिल्ली की जनता मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल को ही देखना चाहती है। इससे जहां आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हो गए, वहीं भाजपा हताश। ऐसे में मोदी सरकार ने अब अरुण जेटली के रूप में तुरुप का पत्ता फेंका है। दिल्ली में 7 फरवरी को विधानसभा चुनाव हैं, जिसका परिणाम 10 फरवरी को आएगा।इसे भी पढ़ें: आशीष ने कहा, 'अपनी बात से क्यों मुकर रही हैं बेदी'