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रेलवे में कोटे से सीट कन्फर्म कराना हुआ मुश्किल

रेलवे में अब वीवीआइपी कोटे से टिकट कंफर्म कराना आसान नहीं होगा। इसके लिए रेलवे पुलिस या फिर किसी भी ब्रांच के रेल अधिकारी को सिफारिश करनी होगी। उन्हें आवेदन पर हस्ताक्षर कर कोटे में सीट आवंटित कराने का कारण भी बताना होगा। दूसरी तरफ, सीबीआइ की छापेमारी का खौफ कमर्शियल अधिकारियों पर साफ दिख रहा है।

By Edited By: Updated: Tue, 22 Jul 2014 10:01 AM (IST)
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अंबाला, [दीपक बहल]। रेलवे में अब वीवीआइपी कोटे से टिकट कंफर्म कराना आसान नहीं होगा। इसके लिए रेलवे पुलिस या फिर किसी भी ब्रांच के रेल अधिकारी को सिफारिश करनी होगी। उन्हें आवेदन पर हस्ताक्षर कर कोटे में सीट आवंटित कराने का कारण भी बताना होगा। दूसरी तरफ, सीबीआइ की छापेमारी का खौफ कमर्शियल अधिकारियों पर साफ दिख रहा है।

अंबाला रेल मंडल में सीनियर डीसीएम का चार्ज लेने के बाद प्रवीण गौड़ ने वीवीआइपी कोटे से सीट कंफर्म होने पर नकेल कसी है। रेल महकमे में ऑपरेटिंग, कमर्शियल, मैकेनिकल, सेफ्टी, आरपीएफ, इंजीनियरिंग, रेलवे एसपी आदि रैंक के अधिकारियों को एचओआर के लिए अब आवेदन पर हस्ताक्षर ही नहीं, बल्कि सभी कालम पूरे करने होंगे।

इससे पूर्व इन अधिकारियों के पीए पर्ची पर हस्ताक्षर कर भेज देते थे। अब ये मान्य नहीं होगा। अब शनिवार और रविवार को भी कोटे के लिए आवेदन हरेक अधिकारी का स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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