वैज्ञानिक भी हुई यौन उत्पीड़न की शिकार
देश के एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय फसल शोध संस्थान में काम करने वाली एक महिला वैज्ञानिक ने अपने वरिष्ठ सहयोगी पर कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने संस्थान के प्रबंधन को कानूनी नोटिस भेजते हुए दावा किया है कि उसकी शिकायत की उचित जांच नहीं की गई। कृषि विज्ञान में एमएससी और पीएचडी दुर्गा (बदला हुआ नाम) न
By Edited By: Updated: Sat, 04 Jan 2014 09:04 AM (IST)
हैदराबाद। देश के एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय फसल शोध संस्थान में काम करने वाली एक महिला वैज्ञानिक ने अपने वरिष्ठ सहयोगी पर कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने संस्थान के प्रबंधन को कानूनी नोटिस भेजते हुए दावा किया है कि उसकी शिकायत की उचित जांच नहीं की गई।
कृषि विज्ञान में एमएससी और पीएचडी दुर्गा (बदला हुआ नाम) ने इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-ऐरीड ट्रॉपिक्स (आइसीआरआइएसएटी) पर आरोप लगाया है कि वह इस मुद्दे को छिपाने की कोशिश कर रहा है। कानून के तहत ऐसे कृत्य के लिए अनिवार्य रूप से कार्रवाई की जानी है पर वैसा किए बगैर संस्थान अपने हाथ धो लेना चाहता है। कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए संस्थान द्वारा जांच आयोग गठित किया जाना है जिसमें एक महिला सदस्य और एक तटस्थ स्वयंसेवी संस्था के एक प्रतिनिधि को भी रखना है। आइसीआरआइएसएटी के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष एनजे पूले ने महिला वैज्ञानिक के नोटिस पर कहा है कि वे लोग प्रबंधन से शिकायत का नए सिरे से आकलन करने का आग्रह करेंगे। 28 वर्षीया वैज्ञानिक ने नोटिस में कहा है कि उसने अपने बॉस द्वारा यौन उत्पीड़न के बारे में पिछले साल जनवरी में ही शासी निकाय से शिकायत की थी। महिला वैज्ञानिक ने इससे सहमति जताई कि उसने अपने मामले पर जोर नहीं दिया क्योंकि आरोपी ने ऐसा फिर कभी नहीं होगा कहते हुए सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली थी। अविवाहित महिला वैज्ञानिक ने आरोप में यह भी कहा है कि विशेष रूप ऐसा कानूनी प्रावधान है कि ऐसी शिकायत पर आरोपी को उस कार्यस्थल से अनिवार्य तौर पर अलग कर दिया जाएगा, इसके बावजूद दोनों एक ही विभाग में काम कर रहे हैं जबकि उसे मानसिक आघात देने के लिए पूरी तरह जिम्मेदार वही अकेला व्यक्ति है। छेड़छाड़ से तंग लड़की ने दी जान मध्य प्रदेश के भिंड जिले में छेड़खानी से तंग होकर 15 साल की एक लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पिता का कहना है कि छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज कराने से नाराज आरोपियों ने बेटी को दुष्कर्म करने की धमकी दी थी। इससे दुखी होकर उसने अपनी जान दे दी।
सोनी गांव निवासी सुरेंद्र सिंह राठौर की बेटी वर्षा के साथ 31 दिसंबर को गांव के ही दो सगे भाइयों राहुल और विक्की जोशी ने छेड़छाड़ की थी। राठौर ने इसकी रिपोर्ट घटना के दिन ही मेहगांव थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली, लेकिन इस दौरान आरोपी गिरफ्तार नहीं हो सके। शुक्त्रवार को बेटी के साथ राठौर अदालत बयान दर्ज कराने गए थे। इस दौरान अकेले पाकर आरोपियों ने वर्षा को डराया-धमकाया। घर आकर उसने फांसी लगा ली। पुलिस फरार युवकों की तलाश में छापेमारी कर रही है। (नई दुनिया)
महिला पत्रकार ने कारोबारी पर लगाया दुष्कर्म का आरोप एक अंतरराष्ट्रीय न्यूज चैनल में काम कर चुकी 42 वर्षीय महिला पत्रकार ने एक व्यवसायी पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने साक्ष्य के तौर पर एक वीडियो भी बनाया है, जिसमें वह आरोपी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दे रही है। मुंबई पुलिस ने पेशे से होटल कारोबारी सुनील कारवीर के खिलाफ दुष्कर्म और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पीड़िता के अनुसार, दोनों की मुलाकात पहली बार सुनील के होटल ग्रीन विलेज वैली में हुई। बाद में उनके बीच नंबरों का आदान-प्रदान हुआ। उसने बताया, 'सुनील को मालूम था कि वह तलाकशुदा है और मलाड में अपने फ्लैट में अकेले रहती है, जिसका फायदा उठाकर उसने उसके साथ शादी का झूठा वादा कर संबंध बनाए। बाद में वह शादी से पलट गया।' सुनील पिछले सात महीने से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। उसने पीड़िता को बताया कि उसकी पत्नी को भी इस संबंध से कोई आपत्ति नहीं है। उसके दो बच्चे भी हैं, लेकिन कुछ समय बाद उसका व्यवहार बदलने लगा। आरोपी सुनील ने उसे धमकी दी कि अगर वह इस संबंध के बारे में किसी से बताएगी तो वह उसकी छवि खराब कर देगा। वहीं, सुनील कारवीर के वकील अशोक सरोगी का कहना है कि महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोप आधारहीन हैं। वीडियो क्लिप बनाने के बाद महिला ने सुनील को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जब सुनील ने उसकी मांगें मानने से इन्कार कर दिया, तब उसने मामला दर्ज करा दिया। -(शिवानाथ, मिड डे)
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