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बातचीत में शामिल होने पर परेश बरुआ के खिलाफ कार्रवाई नहीं

नई दिल्ली। तीन दशक से ज्यादा समय से उग्रवाद का सामना कर रहे पूर्वोत्तर राज्य असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने शांति वार्ता में शामिल होने पर उल्फा नेता परेश बरुआ को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा प्रताड़ित न करने का भरोसा दिलाया है। राज्यपाल ने रविवार को कहा कि बातचीत का हिस्सा बनने पर बरुआ और उसके गुट के अन्य नेताओं के खिलाफ

By Edited By: Updated: Sun, 01 Sep 2013 07:27 PM (IST)
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नई दिल्ली। तीन दशक से ज्यादा समय से उग्रवाद का सामना कर रहे पूर्वोत्तर राज्य असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने शांति वार्ता में शामिल होने पर उल्फा नेता परेश बरुआ को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा प्रताड़ित न करने का भरोसा दिलाया है। राज्यपाल ने रविवार को कहा कि बातचीत का हिस्सा बनने पर बरुआ और उसके गुट के अन्य नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

केंद्र सरकार पिछले दो साल से उल्फा के अरविंद राजखोवा गुट से वार्ता कर रही है। वार्ता समर्थक इस खेमे ने सितंबर, 2011 में एक समझौते के तहत अपने अभियान को निलंबित कर रखा है। जबकि बरुआ गुट 'संप्रभुता' के मुद्दे को बातचीत में शामिल किए बिना वार्ता में शामिल होने से इन्कार करता रहा है। रिपोर्टो के हवाले से असम के राज्यपाल ने कहा कि परेश बरुआ ज्यादातर बांग्लादेश और चीन में रहता है।

राजखोवा गुट से अभी तक की बातचीत को संतोषप्रद बताते हुए पटनायक ने जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करने की बात कही। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया। साथ ही पटनायक ने कुछ गुटों द्वारा असम के बंटवारे की मांग को भी खारिज कर दिया।

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