ट्वीट: जिया और आडवाणी में अजब तुलना
नाराज लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफे से भाजपा भले ही हैरान-परेशान होकर उन्हें मनाने में जुट गई हो, लेकिन सोशल मीडिया में माहौल बिल्कुल अलग है। फेसबुक और ट्विटर पर लोग उनका उपहास उड़ाने के साथ भाजपा को सलाह दे रहे हैं कि वह अपने पितामह का इस्तीफा स्वीकार करने में देर न करे। जिया और अ
By Edited By: Updated: Tue, 11 Jun 2013 08:23 AM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। नाराज लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफे से भाजपा भले ही हैरान-परेशान होकर उन्हें मनाने में जुट गई हो, लेकिन सोशल मीडिया में माहौल बिल्कुल अलग है। फेसबुक और ट्विटर पर लोग उनका उपहास उड़ाने के साथ भाजपा को सलाह दे रहे हैं कि वह अपने पितामह का इस्तीफा स्वीकार करने में देर न करे।
जिया और आडवाणी, एक ने जीवन को अलविदा कहा तो दूसरे ने राजनीतिक जीवन को, एक को प्रेमी ने दगा दिया तो दूसरे को संगठन ने। एक की फिल्में नहीं चलीं तो दूसरे की राजनीति। दोनों को ही अपनों ने ही ठगा और दोनों ने चिट्ठी लिखकर दुख जताया। अब दोनों घरों में लोग संवेदनाएं जताने जा रहे हैं। चाहे कुछ भी हो, लेकिन हैं दोनों आत्महत्याएं ही हैं। -पंकज क्षीरसागर लगता है प्लान यह है कि पहले आडवाणी को मना कर वापस बुलाया जाएगा और फिर उन्हें पार्टी से निकाला जाएगा। -फेकिंग न्यूज भाजपा वाले कांग्रेस वालों का इस्तीफा मांगते रहे और अब उनके ही बड़े नेता इस्तीफा दे गए। -मोहित
परमार कोई बात नहीं आडवाणी जी, सोमवार को हर किसी को अपनी नौकरी से नफरत होती है। -गौरव आडवाणी साहब बस में चढ़े। सामने लिखा था-सवारी अपने अपमान की खुद जिम्मेदार है। -खबरबाजी
आडवाणी का इस्तीफा तत्काल मंजूर कर लें। उन्हें और मौका मत दें। -दिनेश पुरोहित 85 साल की उम्र। दो बार लोकसभा चुनाव में पराजय। पार्टी व जनता में कम होती लोकप्रियता और फिर भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं? -बिपिन अभिमानी येद्दी ने कर्नाटक में भाजपा का बेड़ा गर्क किया। अब यही काम राष्ट्रीय स्तर पर आडवाणी कर रहे हैं। -नमो 2014 आडवाणी के घर मौजूद पार्टी नेताओं को यह तथ्य ध्यान में रखना चाहिए कि उनके नेतृत्व में भाजपा की सीटें 2004 में 138 के मुकाबले 2009 में 116 ही रह गई थीं। -मिन्हाज मर्चेट भाजपा को अगले सात दिन समर्पण सप्ताह मनाना चाहिए। जो जाना चाहें चले जाएं, जो बचें उनके साथ 2014 का चुनाव लड़ें। -सुहेल सेठ मुझे लगता है कि भाजपा समर्थक उतने खुश मोदी के उत्थान से नहीं होंगे जितने कि आडवाणी के त्यागपत्र से हुए होंगे। -द बैड डॉक्टर मीडिया के इस हल्ले पर भरोसा न करें कि आडवाणी का इस्तीफा भाजपा अथवा मोदी के लिए नुकसानदायक है। कांग्रेस एकजुट और जवान भाजपा के सामने कांग्रेस क्या कर लेगी? -सुरजीत भल्ला आडवाणी झल्लाहट दिखा रहे हैं। क्या भाजपा इसकी कल्पना कर सकती है कि तब क्या होगा जब मोदी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दें? वह खत्म हो जाएगी? -मीडिया क्रूक्स राजनाथ, मोदी अगर आडवाणी के क्लैकमेल के आगे झुके तो वे खत्म हो जाएंगे। यह एक साजिश है। कृपया उन्हें जाने दें। -विभा विधायक का चुनाव लड़ने वाले हारने के बाद दोबारा चुनाव लड़ने की कोशिश नहीं करते तो आडवाणी को तीसरी बार पीएम पद का प्रत्याशी क्यों बनने देना चाहिए? -अतुल सोनी आडवाणी जी को इस तरह नहीं करना चाहिए। वह एक बड़े नेता हैं, लेकिन बच्चों की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्हें फिर से विचार कर कोई फैसला करना चाहिए। -ओम शुक्ला
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