पनाहगार ने रची थी नन दुष्कर्म कांड की साजिश
पश्चिम बंगाल के नदिया जिला स्थित राणाघाट में एक मिशनरी स्कूल में डकैती व बुजुर्ग नन से दुष्कर्म की साजिश अपराधियों को पनाह देने वाले गोपाल ने रची थी।
By Sachin BajpaiEdited By: Updated: Sat, 28 Mar 2015 04:07 AM (IST)
कोलकाता । पश्चिम बंगाल के नदिया जिला स्थित राणाघाट में एक मिशनरी स्कूल में डकैती व बुजुर्ग नन से दुष्कर्म की साजिश अपराधियों को पनाह देने वाले गोपाल ने रची थी। गुरुवार को उत्तर 24 परगना जिले के हाबरा से गिरफ्तार गोपाल सरकार को इसके बदले डकैती के 12 लाख रुपये में बड़ा हिस्सा मिला था। सीआइडी ने मास्टरमाइंड को शुक्रवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर मांगा, जिसे स्वीकार करते हुए 14 दिन की रिमांड पर सौंप दिया गया।
सीआइडी सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेशी अपराधियों का गिरोह जब अवैध तरीके से सीमा पार कर पश्चिम बंगाल में आया तो गोपाल ने उन लोगों को अपने घर में पनाह दी। गोपाल को पता था कि वे किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से आए हैं, इसलिए उसने राणाघाट मिशनरी स्कूल को निशाना बनाने का प्लान उन्हें बताया। गोपाल ने ही स्कूल की तमाम जानकारियों के साथ स्कूल में मोटी रकम होने, किस दिशा से घुसने, किधर, कौन-सा विभाग है, किस तरह डकैती को अंजाम देना है, आदि बातों का ब्लूप्रिंट भी तैयार कर दिया था। इसके आधार पर ही अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। सीआइडी यह पता लगा रही है कि गोपाल को स्कूल के बारे में यह जानकारियां कहां से मिली हैं। आशंका जताई जा रही है कि स्कूल में राजमिस्त्री का काम करते समय किसी ने उसे ये जानकारियां दी थी। जांच एजेंसी का मानना है कि वारदात में शामिल लोग बांग्लादेश के पेशेवर अपराधी हैं और घटना के बाद वापस भाग जाते थे।पैरवी को नहीं मिले अधिवक्ता अदालत में गोपाल की पेशी के दौरान उसकी पैरवी के लिए कोई अधिवक्ता आगे नहीं आया। राणाघाट बार एसोसिएशन के सचिव मिलन सरकार ने बताया कि गोपाल सरकार ने जघन्य अपराध किया है, इसलिए उसकी पैरवी करने कोई अधिवक्ता नहीं आएगा। वारदात में गुरुवार को ही मुंबई से गिरफ्तार मोहम्मद सलीम शेख व गोपाल को आमने-सामने बिठा पूछताछ की जाएगी। सीआइडी को इससे और खुलासे होने की उम्मीद है।