पेशावर हमला : हर तरफ निंदा, यूएन ने भी जताया शोक
पेशावर में हमले के बाद हर ओर इस घटना की निंदा हो रही है। हर कोई इस घटना से स्तब्ध है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस घटना पर शोक जताया है।
By vivek pandeyEdited By: Updated: Wed, 17 Dec 2014 01:43 PM (IST)
नई दिल्ली। पेशावर में हमले के बाद हर ओर इस घटना की निंदा हो रही है। हर कोई इस घटना से स्तब्ध है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस घटना पर शोक जताया है।
आइए जानें किसने क्या कहा - "पेशावर की यह घटना बर्बरतापूर्ण है और कायरता का प्रतीक है।" बान की मून, यूएन महासचिव "तालिबान के खिलाफ ऑपरेशन जर्ब ए अज्ब पाकिस्तान से आतंकवाद को समूचा उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगा।" -नवाज शरीफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
"ऐसी क्रूरता भरी हरकत, जिसमें बहुत से बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतारा गया हो, को शब्दों में बयां करना मुश्किल है।" -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री"मेरा बेटा आज सुबह यूनिफॉर्म में था, अब ताबूत में है। मेरा बेटा मेरा ख्वाब था। मेरा ख्वाब मारा गया।" -ताहिर अली, मारे गए एक बच्चे का पिता
"मेरे बेटे को नकली बंदूक से भी डर लगता था, असली बंदूक देखकर उस पर क्या गुजरी होगी। मार डाला मेरे बच्चे को।" - मारे गए एक बच्चे की मां''छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर आतंकियों ने फिर अपनी अनैतिकता का प्रदर्शन किया है। अमेरिका पाकिस्तानी अवाम के साथ मजबूती से खड़ा है और आतंकवाद से लडऩे के प्रयासों में पाकिस्तान को सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है।'' -बराक ओबामा, अमेरिका के राष्ट्रपति''पाकिस्तान से आई खबर हिला देने वाली है। यह बहुत डरावना है कि बच्चों को सिर्फ इसलिए मारा जा रहा है कि वे स्कूल जा रहे हैं।'' -डेविड कैमरन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री''जिन लोगों ने बच्चों को कैद करके रखा और एक-एक कर गोलियों से भून डाला, वे इंसानियत, इस्लाम और मजहब के दुश्मन हैं। बच्चों ने किसी का क्या बिगाड़ा था?'' -कैलाश सत्यार्थी, नोबेल पुरस्कार विजेता''भारत पाकिस्तान से कहता रहा है कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकियों के लिए नहीं होने दे। इस घटना से पाकिस्तान की आंख खुलनी चाहिए।'' -डी. राजा, सांसद, सीपीआइ''वर्षों से ङ्क्षहसा और आतंक से जूझ रहे पाकिस्तान में बच्चों को बंधक बनाने और उनकी हत्या की इस घटना ने निर्दयता और कायरता की हदें पार कर दीं।'' -फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर, विदेश मंत्री, जर्मनी''स्कूल में बच्चों के खिलाफ इस हमले की जितनी निंदा की जाए कम है। फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई में साथ है।'' -फ्रांस्वा ओलांद, राष्ट्रपति, फ्रांस''पाकिस्तान को आतंकवाद को संरक्षण देने की नीति पर पूर्ण विराम लगाना होगा। हाल में जम्मू-कश्मीर में हुआ हमला और अब पेशावर की घटना इस बात की प्रतीक हैं कि आतंकी संगठन लोकतंत्र और मानवता के दुश्मन हैं।'' -रणदीप सुरजेवाला, प्रवक्ता, कांग्रेस''इस बर्बर कृत्य ने वैश्विक नाराजगी पैदा की है और साथ ही संस्थागत आतंकवाद से मानवता के लिए व्याप्त संकट को रेखांकित किया है।'' -सोनिया गांधी, अध्यक्ष, कांग्रेस''आतंकी कुछ और नहीं बल्कि शैतानी कृत्यों के प्रतीक हैं। सभी देश और समाज से आतंक को उखाडऩे के लिए विश्व समुदाय को मिलकर दोगुना प्रयास करने की जरूरत है।'' -प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति, भारत''अमेरिका मासूम बच्चों और शिक्षकों पर किए गए इस संवेदनहीन और अमानवीय हमले की कड़ी भत्र्सना करता है। हम पाकिस्तान की जनता के साथ हैं।'' -रिचर्ड ओलसन, पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत''आतंकवाद के हर प्रकार और रूप की आलोचना की नीति पर चलते हुए नेपाल सरकार मानवता के खिलाफ हुए इस घृणित हमले की निंदा करती है।'' -नेपाल विदेश मंत्रालय