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कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच पीएम मोदी ने की उच्च स्तरीय बैठक, दवाओं को लेकर राज्यों को दिए निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरूवार को कहा था कि देश अभी भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर से गुजर रहा है। अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। उन्होंने बताया था कि 35 जिलों में अभी भी कोरोना संक्रमण दर 10 फीसद से ज्यादा बनी हुई है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sat, 11 Sep 2021 04:01 AM (IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो ।
नई दिल्ली, एजेंसियां।  केरल के बाद महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक में देश में महामारी के हालात और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक वैश्विक महामारी और टीकाकरण अभियान की मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की गई। इस दौरान पीएम मोदी ने राज्यों को हर जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने को कहा है। पीएम मोदी ने अगले कुछ महीनों के लिए वैक्सीन के उत्पादन, आपूर्ति और दवाओं को लेकर समीक्षा की है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कोरोना म्यूटेंट के निगरानी के लिए निरंतर जीनोम अनुक्रमण की आवश्यकता के बारे में बात की है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरूवार को कहा था कि देश अभी भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर से गुजर रहा है। अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। उन्होंने बताया था कि 35 जिलों में अभी भी कोरोना संक्रमण दर 10 फीसद से ज्यादा बनी हुई है, जबकि 30 जिलों में संक्रमण दर पांच से 10 फीसद के बीच है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा था कि देश में कोरोना के टीकाकरण की कुल संख्या 72 करोड़ को पार कर गई है।

देश में कल 34,973 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की तुलना में 19 फीसद कम हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में भारत ने कई और अस्पतालों में नए बेड की व्यवस्था की है। इसके साथ ही 100 से अधिक ऑक्सीजन टैंकर आयात किए हैं, जो कुल मिलाकर लगभग 1,250 हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने अस्पतालों में लगभग 1,600 ऑक्सीजन प्लांट्स के निर्माण को मंजूरी दे दी है। हालांकि पिछले महीने की शुरुआत में 300 से कम स्थापित किए गए थे, क्योंकि आयात में समय लगता है।

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर सभी राज्य विशेष बाल चिकित्सा वार्ड तैयार कर रहे हैं। कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि छोटे बच्चे किसी भी नए कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं। वहीं, मध्य प्रदेश सहित राज्य रेमडेसिविर जैसी एंटी-वायरल दवाओं का स्टॉक करने में लगे हुए हैं।