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    'भारतीय दलों ने जिस तरह दुनिया में भारत का पक्ष रखा, उस पर गर्व', पीएम मोदी ने डेलिगेशन को लेकर और क्या कहा?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों की सराहना की है जिन्होंने आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने और शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को विभिन्न देशों में मजबूती से रखा। इन दलों ने 33 देशों की यात्रा की और भारत के दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इन प्रतिनिधिमंडलों के प्रयासों की प्रशंसा की है।

    By Agency Edited By: Chandan Kumar Updated: Tue, 10 Jun 2025 11:54 PM (IST)
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    भारत के डेलिगेशन ने पिछले कुछ हफ्तों के दौरान 33 देशों की राजधानियों की यात्रा की।

    पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने की जरूरत पर बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने जिस तरह से विभिन्न देशों में भारत के दृष्टिकोण को रखा, उस पर उन्हें गर्व है।

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    प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को इन बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। इन दलों ने पिछले कुछ हफ्तों के दौरान 33 देशों की राजधानियों की यात्रा की।

    प्रधानमंत्री ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, 'विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की जिन्होंने विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने की आवश्यकता एवं शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से चर्चा की। जिस तरह उन्होंने भारत के दृष्टिकोण को रखा, उस पर हम सभी को गर्व है।'

    सात प्रतिनिधिमंडलों में 50 से अधिक वर्तमान सांसद थे शामिल

    प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने अनुभव साझा किए। केंद्र सरकार पहले ही उनके कार्यों की प्रशंसा कर चुकी है। इन सात प्रतिनिधिमंडलों में 50 से अधिक वर्तमान सांसद शामिल थे। साथ ही पूर्व सांसदों एवं पूर्व राजनयिकों को भी इनका सदस्य बनाया गया था।

    विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही इन प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात कर चुके हैं और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध भारत के कड़े रुख से दुनिया को परिचित कराने के उनके प्रयासों को सराह चुके हैं।शिवसेना के श्रीकांत ¨शदे ने 'एक्स' पर कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को आतंकवाद के विरुद्ध भारत की दृढ़ लड़ाई और वैश्विक शांति के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता के लिए इन मित्र देशों द्वारा दिए गए भारी समर्थन से अवगत कराया।'

    शिंदे ने संयुक्त अरब अमीरात, कांगो, सिएरा लियोन और लाइबेरिया गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। श्रीकांत ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने हमारे प्रयासों की सराहना की और विश्व मंच पर भारत का कद बढ़ाने के लिए अपने प्रेरणादायक दृष्टिकोण को साझा किया। उनके शब्दों ने हमें देश के लिए अथक परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया है।'

    कौन-कौन कर रहे थे डेलिगेशन का नेतृत्व?

    चार प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद कर रहे थे जिनमें दो भाजपा, एक जदयू और एक शिवसेना के थे। जबकि तीन का नेतृत्व विपक्षी सांसद कर रहे थे जिनमें कांग्रेस, द्रमुक और राकांपा (एसपी) के सांसद शामिल हैं। भाजपा के रविशंकर प्रसाद एवं बैजयंत पांडा, कांग्रेस के शशि थरूर, जदयू के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, द्रमुक की कनीमोरी और राकांपा (एसपी) की सुप्रिया सुले ने इन प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।

    सरकार ने आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए इन सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को भेजा था जिनमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर एवं एआइएमआइएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे सांसद सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों के साथ थे। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में प्रमुख पूर्व सांसदों में गुलाम नबी आजाद और सलमान खुर्शीद जैसे नेता शामिल थे।

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