पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश लौट आए। प्रधानमंत्री का विशेष विमान तकरीबन 9.30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। उनकी आगवानी में कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित थे। इससे पहले, मोदी ने अमेरिका को धन्यवाद देते हुए अपनी यात्रा का समापन किया।
By vivek pandeyEdited By: Updated: Wed, 01 Oct 2014 09:59 PM (IST)
वाशिंगटन। पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश लौट आए। प्रधानमंत्री का विशेष विमान तकरीबन 9.30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। उनकी आगवानी में कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित थे। इससे पहले, मोदी ने अमेरिका को धन्यवाद देते हुए अपनी यात्रा का समापन किया। मोदी ने यात्रा को बहुत सफल और संतुष्टिदायक बताया। विश्लेषकों का मानना है कि मोदी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ निजी घनिष्ठता कायम करने और साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को भी बड़े पैमाने पर दुरुस्त करने में सफल रहे।
मोदी ने अपनी ऊर्जा और भारत में बदलाव लाने की दृढ़ता के जरिए सब पर अपना प्रभाव कायम किया। दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआइबीसी) के कार्यक्रम में मोदी ने कहा, 'धन्यवाद अमेरिका। मेरी यात्रा सफल रही।' मोदी ने यूएसआइबीसी से भारत में अपना आधार बनाने और उसे मजबूती देने के लिए कहा। मोदी ने कहा कि अगले छह महीनों में भारत में व्यापार की सुगमता के लिए जरूरी सभी कदम उठाए जाएंगे। यूएसआइबीसी ने कहा कि वह अपने सदस्यों के जरिए अगले तीन सालों में भारत में 41 अरब डॉलर का निवेश करेगा।
अनसुलझे रह गए कई मुद्देअमेरिकी मीडिया का कहना है कि इस दौरे में कई अहम मुद्दे अनसुलझे रह गए। पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच मतभेद का सबब बने भारतीय कर कानून, व्यापार और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों का हल नहीं निकल सका। अमेरिकी मानवाधिकार समूहों ने ओबामा पर भारत में कथित मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दों को उठाने का दबाव भी बनाया था, लेकिन संयुक्त बयान में इसकी चर्चा नहीं की गई।
किसी को पर्यावरण से खिलवाड़ का अधिकार नहींअमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्सके अध्यक्ष जॉन बोएनर की चाय पार्टी में जलवायु परिवर्तन के मुद्दों को उठाते हुए मोदी ने कहा, 'जहां तक पर्यावरण की बात है, हमारी भारतीय संस्कृति स्पष्ट तौर पर पर्यावरण को प्राकृतिक संपदा मानती है। अपने फायदे के लिए किसी को भी इसे बर्बाद करने का अधिकार नहीं है। मेरा मानना है कि भारत और अमेरिका को यह संदेश पूरे विश्व में फैलाना चाहिए। हमारी प्राकृतिक संपदा को बचाने और पर्यावरण की रक्षा के लिए यह आदर्श विकल्प हो सकता है।'
अतुलनीय था न्यूयॉर्क में मोदी का स्वागतअमेरिकी विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, 'श्रीमान प्रधानमंत्री, मैं यह कहने के लिए बाध्य हूं कि आज यहां हम आपका स्वागत चाहे कितनी ही गर्मजोशी से करें, लेकिन मेडिसन स्क्वायर गार्डन में जिस तरह आपका शानदार स्वागत हुआ, हम कभी उससे आगे नहीं निकल पाएंगे।' उन्होंने कहा, 'हममें से कोई भी ऐसा नहीं था कि जिसने टेलीविजन या अखबार खोलने पर उसमें, प्रधानमंत्री के शानदार कवरेज को न देखा हो।' उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने मोदी को नवरात्र की बधाई देते हुए इस पवित्र सप्ताह में अमेरिका यात्रा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
आतंकवाद पर चर्चा के लिए अमेरिका में रुके डोभालराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दो दिनों के लिए अमेरिका में रुके हैं। इस दौरान वे अपने समकक्ष अधिकारियों से मिलकर आतंकवाद और सुरक्षा से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि डोभाल पश्चिम एशिया में आइएस के रूप में फैल रहे संकट और भारत समेत दक्षिण एशिया पर इसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
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