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सूरत पुलिस ने नारायण साई के मददगार को दबोचा

सूरत [जागरण संवाददाता]। रेप का आरोप लगने के बाद पिछले एक हफ्ते से फरार चल रहे नारायण साईं भले ही कानूनी शिंकजे से बाहर हैं, लेकिन सूरत पुलिस ने सिटीलाइट इलाके में रहने वाले उसके मददगार व पैरोकार मोहित भोजवानी को धर दबोचा है। जयपुर का मूल निवासी मोहित ही साईं और अदालत में अग्रिम जमानत अर्जी पेश करने वाले वकील के बीच म

By Edited By: Updated: Sat, 12 Oct 2013 07:32 PM (IST)
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सूरत [जागरण संवाददाता]। रेप का आरोप लगने के बाद पिछले एक हफ्ते से फरार चल रहे नारायण साईं भले ही कानूनी शिंकजे से बाहर हैं, लेकिन सूरत पुलिस ने सिटीलाइट इलाके में रहने वाले उसके मददगार व पैरोकार मोहित भोजवानी को धर दबोचा है। जयपुर का मूल निवासी मोहित ही साईं और अदालत में अग्रिम जमानत अर्जी पेश करने वाले वकील के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था। मोहित को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया।

सूरत पुलिस के अधिवक्ता नयन सुखडवाला ने कोर्ट को बताया कि 6 अक्टूबर को दुष्कर्म का केस दर्ज होने के एक दिन पहले तक नारायण साईं और मोहित की लोकेशन जयपुर में थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद साई का फोन बंद हो गया। इसके बाद मोहित के फोन से साधकों को दिल्ली रवाना हो गए का संदेश भेजा गया। फोन से गंगापुर शहर में किसी से बैग ले जाने के बारे में भी बात हुई है।

सुखडवाला ने कहा, आसाराम और नारायण साईं पर केस दर्ज होने के बाद मोहित ने मोबाइल से ऐसा जोश जगा दो, पूरे देश में आग लगा दो का संदेश भेज कर लोगों को उकसाने की कोशिश की। सरकारी वकील ने दावा किया कि पुलिस द्वारा जब्त मोहित के फोन में 6 हजार से ज्यादा कोंटेक्ट है। साथ ही ढेर सारी ब्लू फिल्म की क्लिप्स है,जो उसने खुद और नारायण साईं के कहने पर स्टोर कर रखी है। सुखडवाला ने गुजरात के चर्चित फर्जी मुठभेड़ कांड का भी जिक्र किया और मोहित और नारायण को साजिश में शामिल होने का आरोपी बताया।

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