JNU विवादः देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों की तलाश में पुलिस के छापे
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत विरोधी नारे मामले का मुख्य आरोपी उमर खालिद फरार है। दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश में देश के कई इलाकों में छापेमारी की है जिसमें दिल्ली का जाकिर नगर घर भी शामिल है जहां उसके माता-पिता मिले। पुलिस के मुताबिक वो दिल्ली से बाहर
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत विरोधी नारे मामले का मुख्य आरोपी उमर खालिद फरार है। दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश में देश के कई इलाकों में छापेमारी की है जिसमें दिल्ली का जाकिर नगर घर भी शामिल है जहां उसके माता-पिता मिले। पुलिस के मुताबिक वो दिल्ली से बाहर कहीं छिपा है और उसके संपर्क पाकिस्तान से हैं।
जेएनयू मामले में दूसरे वांछित आरोपियों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। पिछले 9 फरवरी को भारत विरोधी नारेबाजी के बाद उमर खालिद कई टीवी कार्यक्रमों में शामिल हुआ था।लेकिन एफआइआर के तुरंत बाद वो फरार हो गया। उमर का मोबाइल फोन भी बंद है।
कन्हैया तो बस झांकी है उमर खालिद बाकी है
दिल्ली पुलिस के मुताबिक खालिद का कश्मीर के कई आतंकी संगठनों से भी संपर्क है। फोन रिकॉर्ड से भी ये सबूत मिले हैं कि वो पाकिस्तान के कई लोगों के साथ संपंर्क में था। पुलिस का कहना है कि खालिद का आइएसआइ से किसी तरह का संपर्क है या नहीं वो उसकी गिरफ्तारी के बाद ही साफ हो सकेगा।
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया के बिहार स्थिति घर पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी
बताया जा रहा है कि उमर खालिद के कश्मीर के अलगाववादी संगठनों के साथ उसके करीबी रिश्ते हैं। देश के खिलाफ जहर उगलने में उसे हवाला कारोबारियों से भी मदद मिलती रही है। पुलिस के मुताबिक 9 फरवरी को जेएनय़ू में हुए कार्यक्रम में कश्मीर के कुछ अलगाववादियों ने भी हिस्सा लिया था। कश्मीरी लड़के उमर खालिद के यहां रूके हुए थे।
पीएम मोदी की विपक्ष को सलाह
जेएनयू का मुद्दा कल पीएम द्वारा बुलायी गई सर्वदलीय बैठक में भी उठा। पीएम ने सरकार का रूख साफ किया और साफ शब्दों में किसी को भी किसी पर विचार थोपने की जरूरत नहीं है। लोकतंत्र में अपनी बातों को कहने का अधिकार हर एक को है लेकिन राष्ट्रहित से बड़ा गैरजिम्मेदार तरीके से बोलने की नहीं हो सकती है। उन्होंने विपक्ष को आड़ेहाथों लेते हुए कहा कि वो सिर्फ भाजपा के पीएम नहीं हैं बल्कि पूरे देश के पीएम हैं।