प्रभु ने देश को दिया भारतीय रेल का अपना गीत, यहां देखें VIDEO
प्रभु ने कहा कि हमारे देश में प्रतीकों का बड़ा महत्व है। रेल गीत के जरिये लोगों को प्रेरित, उत्साहित करने में बहुत मदद मिलती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । 'भारत की रेल महान है, प्रगति की पहचान है, भारत की ये शान है, देश की ये जान है। इंडियन रेलवेज, वी लव इंडियन रेलवेज..।' ये उस रेल गीत की प्रारंभिक पंक्तियां हैं, जिसे रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को यहां रेल भवन में आयोजित समारोह में लांच किया।
इस अवसर पर प्रभु ने कहा, हमारे देश में प्रतीकों का बड़ा महत्व है। इनके जरिये लोगों को प्रेरित, उत्साहित करने में बहुत मदद मिलती है। 'रेल गीत' भी रेलवे के लाखों कर्मचारियों और करोड़ों यूजर्स के लिए ऐसी ही भूमिका अदा करेगा। यह उनमें आगे बढ़ने और भारतीय रेल की प्रगति के लिए मिलकर काम करने का जोश व जज्बा पैदा करेगा। उन्होंने याद दिलाया कि आजादी की लड़ाई में भी ऐसे ही अनेक प्रेरणादायी गीतों और नारों ने जनता में आजादी के लिए जुनून पैदा कर दिया था। उन्होंने विशालकाय रेल नेटवर्क की सफलतापूर्वक देखभाल और संचालन के लिए रेलकर्मियों की मेहनत, लगन व साहस की तारीफ की। प्रभु ने रेल गीत तैयार करने वाली टीम को भी साधुवाद दिया।
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यह पहला मौका है जब रेलवे का अपना गीत बना है। इसका संगीत मशहूर संगीतकार श्रवण ने तैयार किया है। जाने-माने गायक उदित नारायण और गायिका कविता कृष्णमूर्ति ने इसे स्वर दिया है। रेल गीत की रचना रेलवे बोर्ड में अतिरिक्त सदस्य (पर्यटन व खानपान) पद से सेवानिवृत्त अधिकारी सत्यप्रकाश ने की है। इस गीत के दो वर्जन हैं। लंबा वर्जन पांच मिनट का और छोटा तीन मिनट का है। दोनों वर्जन यूट्यूब पर उपलब्ध हैं।
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