प्रीमियम ट्रेनों में माननीय भी होंगे 'आम'
माननीय अपने परिचय पत्र पर प्रीमियम ट्रेनों में सफर नहीं कर सकेंगे। रेलवे बोर्ड शुरू में ऐसी कोई सुविधा मंत्रियों, सांसदों, व विधायकों को देने के मूड में नहीं है। यही नहीं ट्रेन में यात्रियों को जारी होने वाला रियायती टिकट व पास भी मान्य नहीं होगा। रेलवे अफसरों के मुताबिक ऐसा निर्णय बोर्ड में लिया गया है।
By Edited By: Updated: Sun, 16 Feb 2014 11:29 AM (IST)
लखनऊ [अंशू दीक्षित]। माननीय अपने परिचय पत्र पर प्रीमियम ट्रेनों में सफर नहीं कर सकेंगे। रेलवे बोर्ड शुरू में ऐसी कोई सुविधा मंत्रियों, सांसदों, व विधायकों को देने के मूड में नहीं है। यही नहीं ट्रेन में यात्रियों को जारी होने वाला रियायती टिकट व पास भी मान्य नहीं होगा। रेलवे अफसरों के मुताबिक ऐसा निर्णय बोर्ड में लिया गया है।
रेलवे की मंशा है कि प्रीमियम ट्रेन शुद्ध रूप से कमाऊ रेल हो। हर श्रेणी का अलग किराया होगा। अलग-अलग रूटों पर घोषित ट्रेनें चलाने की योजना है। एसी एक्सप्रेस चलेंगी जिसमें थर्ड एसी, सेकेंड एसी और फर्स्ट एसी के कोच लगेंगे। इसी तरह गोरखपुर से वाया लखनऊ होकर दिल्ली जाने वाली प्रीमियम ट्रेन में स्लीपर श्रेणी भी लगाने की योजना है। इन ट्रेनों में विद्यार्थी पास, रेल कर्मियों को मिलने वाले पास, शहीदों को जारी किए जाने वाले पास व अन्य पास इस ट्रेन में मान्य नहीं होंगे। पढ़ें: प्रीमियम ट्रेनों के किराए सुनकर उड़ सकते हैं आपके होश अब तक रेलवे सांसदों को मिलने वाली आइसी नंबर पर ट्रेनों की सभी श्रेणियों में मांग के अनुसार सुविधा देती है। पूर्व सांसद, विधायक, राज्य मंत्री, कैबिनेट मंत्री इसका लाभ उठाते थे। प्रीमियम ट्रेन में यह सुविधा नहीं होगी। यही कैंसर, किडनी, गुर्दा सहित अन्य मरीज भी लाभ नहीं उठा सकेंगे। विकलांगों व विद्यार्थियों को पास भी नहीं मिलेगा। उधर आइआरसीटीसी अधिकारियों ने बताया कि प्रीमियम ट्रेनों के टिकट ऑनलाइन बनने हैं। ऐसे में ऑनलाइन टिकट पर छूट व रियायत मिलने का अब तक कोई आदेश प्राप्त नहीं है। ऐसे में छूट का सवाल ही नहीं उठता।