जदयू मंत्री की मौजूदगी में वसूली गई सबसे बड़ी फिरौती
सूरत के कपड़ा एवं बुनियादी ढांचा निर्माण व्यवसायी हनीफ हिंगोरा ने दावा किया है कि उन्होंने अपने बेटे को छुड़ाने के लिए 25 करोड़ की फिरौती दी है। सूरत में हनीफ ने पत्रकारों को बताया कि उनके बेटे सुहेल को अपहर्ताओं से छुड़ाने के लिए उन्होंने बिहार में जदयू मंत्री की मौजूदगी में फिरौती की रकम सौंपी।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। सूरत के कपड़ा एवं बुनियादी ढांचा निर्माण व्यवसायी हनीफ हिंगोरा ने दावा किया है कि उन्होंने अपने बेटे को छुड़ाने के लिए 25 करोड़ की फिरौती दी है। सूरत में हनीफ ने पत्रकारों को बताया कि उनके बेटे सुहेल को अपहर्ताओं से छुड़ाने के लिए उन्होंने बिहार में जदयू मंत्री की मौजूदगी में फिरौती की रकम सौंपी। हालांकि बिहार पुलिस मामले में नौ करोड़ रुपये की फिरौती अदायगी का दावा करती है, लेकिन हनीफ का कहना है कि उनके पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये अपहर्ताओं को दिए हैं। ये संभवत: देश में फिरौती के रूप में दी गई अब तक की सबसे बड़ी रकम है। प्रकरण में जदयू मंत्री की संलिप्तता सामने आने पर बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी उच्चस्तरीय जांच कराने का आदेश दिया है।
व्यवसायी हनीफ ने बताया कि उसके बेटे मुहम्मद सोहेल हिंगोरा को दमन से 29 अक्टूबर को अगवा किया गया था। अपहर्ता उसे करीब दो हजार किलोमीटर दूर बिहार ले आए, जहां से उनके पास फिरौती की रकम लाने के लिए 22 नवंबर को फोन किया गया था। लेकिन पटना में फिरौती की रकम अदा करने से पहले मुझे 40 विभिन्न स्थानों पर दौड़ाया गया। मुक्त होने के बाद बेटे सोहेल ने बताया कि अपहर्ताओं के साथ राजनेता व पुलिस भी मिली हुई है। व्यवसायी ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को सारण जिले में एक पुलिस अधिकारी के घर रखा गया और फिरौती का लेन-देन सत्तारूढ़ जदयू मंत्री के घर हुआ। हालांकि उन्होंने मंत्री के नाम का खुलासा नहीं किया।