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इराक में फंसे हैं पंजाब और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों लोग

गगन बेटा। मुझे तेरी कमाई नहीं, तू चाहिए। जल्दी से घर वापस आ जाओ। पिछले साल अगस्त में इराक गए गगनदीप सिंह की मां बलबीर कौर के दिल की दहशत इन शब्दों में झलकती है। गगन इराक के नजफ सिटी में रह रहा है, जो बसरा से सिर्फ छह किलोमीटर की दूरी पर है।

By Edited By: Updated: Fri, 20 Jun 2014 11:07 AM (IST)
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जालंधर [जेएनएन]। गगन बेटा! मुझे तेरी कमाई नहीं, तू चाहिए। जल्दी से घर वापस आ जाओ। पिछले साल अगस्त में इराक गए गगनदीप सिंह की मां बलबीर कौर के दिल की दहशत इन शब्दों में झलकती है। गगन इराक के नजफ सिटी में रह रहा है, जो बसरा से सिर्फ छह किलोमीटर की दूरी पर है।

गगन के पिता ने बताया कि एक ट्रेवल एजेंट ने डेढ़ लाख रुपये लेकर उसके बेटे को टूरिस्ट वीजा पर झूठे सपने दिखा कर इराक भेज दिया। गगन ने फोन कर दो दिन पहले पिता को बताया कि जिस कंपनी में वह काम कर रहा है, उसने भारतीयों को 30-30 का ग्रुप बनाकर शुक्रवार को भेजने का इंतजाम किया है। हर शुक्रवार को 30 का ग्रुप भेजा जाएगा।

इराक में फंसे भारतीय अधिकतर फर्जी ट्रैवल एजेंटों की जालसाजी का ही शिकार हुए है। अमृतसर के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों के 14 नौजवानों को फतेहगढ़ चूड़ियां का एक अनाधिकृत ट्रेवल एजेंट दुबई के बहाने इराक ले गया था। दुबई भेजने के लिए एक से दो लाख रुपये तक राशि लेकर इन 14 नौजवानों को इराक भेजने वाला आज भी मनजिंदर सिंह की बहन गुरपिंदर कौर के संपर्क में है। वह इराक में फंसे नौजवानों के परिजनों को यह विश्वास दिलाता है कि उसने एक अच्छी कंपनी में उन्हें नौकरी दिलाई थी। हालात खराब होने के कारण नौजवानों को समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।

इराक में आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए भारतीयों में होशियारपुर का कमलजीत सिंह भी शामिल है। कमलजीत ने अपने भाई को 17 जून की रात जब फोन कर बताया कि उसे और अन्य भारतीयों को आतंकियों ने बंधक बना लिया है, तब से उसकी मां संतोष रानी व पिता प्रेम सिंह के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। कमलजीत के छोटे भाई परमिंदर ने बताया कि फोन पर आखिरी बातचीत के दौरान उसने कहा था कि अब शायद ही मुलाकात हो क्योंकि आतंकियों ने उन सब को बंधक बना लिया है। अब बात भी मुमकिन नहीं होगी। कमलजीत इसी साल बतौर कारपेंटर इराक के मोसुल शहर में गया था। वह तारिक-नूर-अल-हुदा कंपनी में कार्यरत है। कमलजीत की मां संतोष रानी ने बताया कि उसका दामाद कुलवंत सिंह व जैतपुर का युवक गुरदीप सिंह भी आतंकियों के कब्जे में है। इसके अलावा बलवंत सिंह, सुखविंदर सिंह भी आतंकियों के कब्जे में हैं। इराक में आतंकियों के कब्जे में फंसे जिले के गुरदीप सिंह ने चार दिन पहले ही अपनी मां से सिर्फ इतना ही कहा था कि मां बच्चों का ख्याल रखना। गुरदीप भी मोसुल में तारिक-नूर-अल-हुदा कंपनी में कार्यरत था।

वाहे गुरु अब तेरा ही सहारा

इराक में मौत से जूझ रहे युवकों के जीवन की अंतिम आस श्री गुरु रामदास के दरबार की बख्शीश के साथ बंध गई है। पिछले 10 दिनों से बेटों के साथ टूटे संपर्क से बेहाल बुजुर्ग मां-बाप ने उनके जीवन के लिए श्री हरिमंदिर साहिब में अरदास की।

इराक में अगवा किए गए धर्मेन्द्र के माता-पिता अपने बेटे की तस्वीर लिए बाबा बुड्ढा बेर में नतमस्तक हो कहा, 'हे भगवान, मेरे गुनाहों को बख्श दे। मेरे पुत्र को सही सलामत मेरे पास भेज दो। इसी तरह इराक में फंसे बटाला निवासी के परिवार वाले भी सतनाम वाहे गुरु का जाप करते हुए पवित्र परिक्रमा के दर्शन किए।

इराक में यूपी के भी सैकड़ों फंसे

लखनऊ। इराक में जारी युद्ध के बीच उत्तर प्रदेश के सैकड़ों लोग वहां विभिन्न शहरों में फंसे हैं। वे लगातार घरों पर फोन कर वहां के हालात की जानकारी दे रहे हैं। पूर्वी यूपी से इराक गए लोगों की संख्या ज्यादा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी के नागरिकों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र सरकार से सभी नागरिकों को सुरक्षित लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है। कहा कि जब तक भारतीयों को वापस नहीं लाया जाता तब तक इराक में उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाए।

इराक के शहर इरबिल से गोरखपुर के पिपराइच ब्लाक के सुरसरि देवरी गांव निवासी संजय सिंह ने दैनिक जागरण को टेलीफोन पर बताया कि इरबिल वह और अन्य दर्जनों भारतीय रहते हैं, वहां कोई खतरा नहीं है। संजय सिंह ने कहा कि इरबिल अर्थात फुर्जिस्तान में स्थिति स्थानीय प्रशासन के नियंत्रण में है।

शिया बना रहे हैं लड़ाकू जत्था

इराक के धर्मगुरुओं के मदद मांगने पर शिया समुदाय की कमेटी ने आतंकियों से जंग लड़ने को युवाओं का रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया। इराक की जंग में कौशांबी के शिया समुदाय के युवाओं का एक जत्था भी कूदने को बेताब है। इसके लिए युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराना भी शुरू कर दिया है। मंझनपुर के निवासी तसलीम हसन रिजवी ने मोबाइल फोन के जरिए शिया कमेटी को अपना नाम दर्ज करा दिया है। इसी हफ्ते वह लखनऊ जाकर रजिस्ट्रेशन कराएंगे। उनके रिश्तेदारों ने भी रजिस्ट्रेशन कराया है।

अमरोहा में प्रदर्शन

इराक में कत्ल ए आम के विरोध में अमरोहा के नौगावां सादात में शिया समुदाय के लोगों ने जुलूस निकाल प्रदर्शन किया।

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