मनमोहन के विदाई भोज से राहुल नदारद
नतीजों से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह समेत सभी पार्टी सांसदों को विदाई रात्रिभोज देकर आभार जता दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस कार्यक्रम से नदारद रहे। उनकी गैरमौजूदगी में प्रधानमंत्री को चांदी का एक प्रतीक चिह्न देकर कांग्रेस ने सम्मानित किया और उनके दस वर्ष के सफल नेतृत्व के लिए आभार भी जताया। इस मौके पर बेहद भावुक हो रहे प्रधानमंत्री ने पार्टी और अपनी सरकार के मंत्रियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नतीजों से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह समेत सभी पार्टी सांसदों को विदाई रात्रिभोज देकर आभार जता दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस कार्यक्रम से नदारद रहे। उनकी गैरमौजूदगी में प्रधानमंत्री को चांदी का एक प्रतीक चिह्न देकर कांग्रेस ने सम्मानित किया और उनके दस वर्ष के सफल नेतृत्व के लिए आभार भी जताया। इस मौके पर बेहद भावुक हो रहे प्रधानमंत्री ने पार्टी और अपनी सरकार के मंत्रियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
प्रधानमंत्री को दिए गए प्रतीक चिह्न में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के 38 लोगों के हस्ताक्षर हैं। इनमें अहमद पटेल, एके एंटनी, पी. चिदंबरम, एसएम कृष्णा, कपिल सिब्बल शामिल हैं। इस मौके पर कांग्रेस की तरफ से मनमोहन के सम्मान में एक बयान पढ़ा गया। इसमें दस वर्ष तक संप्रग सरकार को कुशल नेतृत्व देने के लिए सभी ने आभार जताया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खासी गर्मजोशी के साथ प्रधानमंत्री के लिए तालियां बजाई और बजवाई भी। इस दौरान प्रधानमंत्री बेहद भावुक थे और कई सांसद भी इसी मनोदशा में रहे। सोनिया ने पीएम को एक प्रशस्तिपत्र भी सौंपा। कई सांसदों और मंत्रियों ने बारी-बारी से मनमोहन-सोनिया के साथ फोटो खिंचाए और ग्रुप फोटो भी हुए। अलबत्ता इस दौरान राहुल गांधी की गैरमौजूदगी जरूर कांग्रेसियों के बीच चर्चा का विषय रही। एक युवा कांग्रेस नेता ने भी कहा कि इस अवसर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष का न होना सभी को अखरा। राहुल की इस गैरमौजूदगी को पीएम के निरादर से भी जोड़कर देखा जा रहा है, ठीक उसी तरह जब उन्होंने पीएम के विदेश में रहते राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन में दागियों को बचाने वाले अध्यादेश को फाड़कर फेंकने की बात की थी।