लोकसभा में दलित मुद्दे पर चर्चा के दौरान झपकी लेते कैमरे में कैद हुए राहुल
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के हमले का जबाव दे रहे थे । इस दौरान राहुल गांधी अपनी सीट पर सोते हुए नजर अाए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दलित उत्पीड़न के मुद्दे पर सान चढ़ाने से पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संसद में सोते हुए पाए जाने को लेकर घिर गए। लोकसभा में जब गुजरात के उना की घटना को लेकर सियासी गरमागरमी चल रही थी तब राहुल सदन में चंद मिनटों के लिए सोते दिखाई दिए। भाजपा ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल की दलितों को लेकर गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। मगर भाजपा के इस कटाक्ष से परे राहुल गांधी गुरूवार को न केवल उना जाएंगे बल्कि इस मुद्दे पर केन्द्र और गुजरात सरकार पर करारा जवाबी प्रहार करेंगे।
इस बीच उत्तरप्रदेश भाजपा के एक लोकसभा में उना की घटना को लेकर सियासी गरमी अभी थमी भी नहीं थी कि यूपी भाजपा के नेता ने बसपा के साथ कांग्रेस को दलित सियासत पर सान चढ़ाने का एक और हथियार दे दिया। मायावती की संसद से लेकर सड़क तक इस मुद्दे के सियासी इस्तेमाल के उग्र रुख को देखते हुए कांग्रेस के रणनीतिकार भी तत्काल फुर्ती दिखाने लगे हैं। उनके अनुसार गुरुवार को गुजरात के उना जा रहे राहुल गांधी इस मामले को लेकर भाजपा को तो घेरेंगे ही। साथ ही अगले चुनाव तक यह भाजपा के खिलाफ बड़े मुद्दे के रुप में कांग्रेस के लिए भी कारगर साबित हो सकता है।
पार्टी का मानना है कि यूपी में इस मुद्दे पर वह भाजपा के खिलाफ आक्रामक नहीं होगी तो इसका फायदा अकेले मायावती उठा ले जाएंगी। हालांकि गुजरात जाकर भाजपा पर बरसने से पहले राहुल को लोकसभा में बुधवार को अपनी नींद की झपकी को लेकर असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। दरअसल लोकसभा में उना में दलितों के उत्पीड़न को लेकर सदन में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की गरमागरमी के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह उठाए गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
इस दौरान सरकार और विपक्षी खेमे के बीच खूब नोंक-झोंक भी चल रही थी। तभी टीवी कैमरे में राहुल गांधी इस शोरगुल से बेखबर नींद की झपकी लेते कैद हो गए। हालांकि गृहमंत्री का जवाब खत्म होने के वक्त उनकी आंखें खुल चुकी थीं और वे अपने मोबाइल में व्यस्त दिखे।
इस बीच कांग्रेस ने गृहमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर वाक आउट किया। पार्टी के एक सांसद ने उन्हें वाक आउट में बाहर चलने का इशारा किया और तब राहुल भी बाहर आ गए। इस बीच कैमरे पर राहुल के सोने की तस्वीर आते ही सोशल मीडिया से लेकर सियासी मंच तक उन पर कटाक्षों के दौर शुरू हो गए। हालांकि कांग्रेस नेताओं ने राहुल के सोने की बात पर सफाई देकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की।
पार्टी सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि राहुल सो नहीं रहे थे बल्कि चिंतन कर रहे थे और इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है।
#JagranVideo:राहुल गांधी के संसद में सोने से पता चलता है कि वह दलितों के प्रति कितने गंभीर है :मायावती@mayawatinewshttps://t.co/bQQOeTQMOU
— Dainik Jagran (@JagranNews) July 20, 2016
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बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा में राहुल गांधी के नींद में होने के मुद्दे पर कहा कि बड़े मुद्दे पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी सो रहे थे, यह उनकी गंभीरता दिखाता है।