Move to Jagran APP

मोदी को जवाब देने में जुटे राहुल, बताएंगे विकास का नया मॉडल

पार्टी में पद बढ़ने के बाद अब राहुल गांधी राष्ट्रीय राजनीति में अपना कद बढ़ाने में भी जुट गए हैं। अहम मसलों पर चुप रहने और देश के विकास के प्रति नजरिया स्पष्ट न होने जैसे आरोपों को अब कांग्रेस उपाध्यक्ष ध्वस्त करने के लिए मैदान में उतरने को तैयार हैं। घूम-घूम कर पूरे देश में गुजरात मॉडल का गुणगान कर उद्योग जगत

By Edited By: Updated: Tue, 02 Apr 2013 04:44 PM (IST)

नई दिल्ली [राजकिशोर]। पार्टी में पद बढ़ने के बाद अब राहुल गांधी राष्ट्रीय राजनीति में अपना कद बढ़ाने में भी जुट गए हैं। अहम मसलों पर चुप रहने और देश के विकास के प्रति नजरिया स्पष्ट न होने जैसे आरोपों को अब कांग्रेस उपाध्यक्ष ध्वस्त करने के लिए मैदान में उतरने को तैयार हैं। घूम-घूम कर पूरे देश में गुजरात मॉडल का गुणगान कर उद्योग जगत व शहरी वर्ग के लाडले बन रहे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कांग्रेस उपाध्यक्ष उनके अंदाज में ही जवाब देंगे। इस माह 7 अप्रैल को राहुल गांधी शीर्ष उद्योग चैंबर सीआइआइ (कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) में उद्योग व देश के विकास पर अपनी सोच पहली बार सार्वजनिक करेंगे।

कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद जयपुर के चिंतन शिविर में दिए गए उनके भाषण को पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली थी। राहुल ने तब कांग्रेस संगठन के बारे में अपनी राय बेबाक तरीके से रखी थी और भविष्य के बदलावों की तरफ भी संकेत किया था। उसका असर संगठन के बारे में लिए गए हालिया कुछ फैसलों में साफ नजर आने लगा है। इसके बावजूद महंगाई, सियासी हालात और देश की दशा-दिशा पर राहुल की चुप्पी पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। पार्टी में तो राहुल को चुनौती थी नहीं, लिहाजा उन्हें नंबर टू और प्रधानमंत्री पद का दावेदार बता दिया गया।

इसके बावजूद जिस तरह से सोशल साइट्स से लेकर उद्योग चैंबरों और युवाओं के बीच फोरम में नरेंद्र मोदी ने खुद को पेश करना शुरू किया है, उसको लेकर कांग्रेस सतर्क है। खासतौर से शहरी तबकों और युवा पीढ़ी के बीच खुद को पेश करने के लिए नरेंद्र मोदी के प्रबंधन पर कांग्रेस की निगाहें हैं। सार्वजनिक मंचों से राहुल गांधी की दूरी को भाजपा अयोग्यता के रूप में पेश कर रही है। ऐसे आरोपों पर विपक्ष का मुंह बंद करने के लिए अब राहुल गांधी भी पहले से खासे मुखर हुए हैं। उपाध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने पहली बार किसी उद्योग चैंबर का न्योता स्वीकार किया है।

7 अप्रैल को राहुल सीआइआइ की सालाना आम बैठक में आर्थिक-सियासी मसलों पर खुलकर राय रखेंगे। राहुल के इस कार्यक्रम पर कांग्रेस के नेताओं की भी खासी निगाह है। कांग्रेस लगातार मोदी के विकास मॉडल को खारिज कर रही है। संकेत हैं कि राहुल देश के समग्र विकास पर नजरिया रखकर अगले लोकसभा चुनावों में पार्टी के नीति पत्र को स्पष्ट करेंगे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर