कांग्रेस में अनुशासन के जरिये राहुल राज
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में कांग्रेस की गिरती साख के बीच राहुल राज लाने के लिए अनुशासन के जरिये महौल बनाने की कोशिश की जा रही है। पार्टी में उपाध्यक्ष राहुल गांधी का दबदबा बढ़ाने के लिए कांग्रेस में अघोषित रूप से अभिव्यक्ति पर अंकुश लगाने की तैयार है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 06 Jan 2015 09:19 PM (IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में कांग्रेस की गिरती साख के बीच राहुल राज लाने के लिए अनुशासन के जरिये महौल बनाने की कोशिश की जा रही है। पार्टी में उपाध्यक्ष राहुल गांधी का दबदबा बढ़ाने के लिए कांग्रेस में अघोषित रूप से अभिव्यक्ति पर अंकुश लगाने की तैयार है। वही पार्टी में राहुल के नए प्रयोगों को पिछले दरवाजे से लाए जाने पर काम चल रहा है। पार्टी जल्द ही तिमाही बैठके आयोजित करेगी। इन बैठकों में प्रदेश के नेताओं के साथ ही पार्टी के सभी महासचिवों के कार्यो की भी समीक्षा होगी।
कांग्रेस भूल गई है लोगों के पास जानाकांग्रेस पार्टी की कोशिश जवाबदेही के जरिये पार्टी में अनुशासन का संदेश देने की है। हालांकि, जवाबदेही के इस नियम से पार्टी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को दूर रखा गया है। जबकि, अनुशासन के जरिये नेतृत्व की ओर उठने वाले सवालों को पार्टी से निकालने वाला कृत्य करार दिया है। कांग्रेस में पहली बार है जब पार्टी में नई जान भरने के लिए राज्यों को भेजे गए 12 पन्नों के दस्तावेज में अनुशासन को लेकर इस प्रकार के निर्देश दिए गए हैं। पार्टी की तिमाही बैठकों में इसके अलावा इन बैठकों में पार्टी के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सहित सभी विभागों व अनुसांगिक संगठनों के प्रमुख भी हिस्सा लेंगे। पार्टी की मंशा लिए जाने रहे निर्णयों में पार्टी के सभी अंगों के राजनीतिक नेतृत्व को स्थान देने की है।अध्यादेश के सहारे जमीन की तलाश में कांग्रेस
हालांकि, इसे पार्टी उपाध्यक्ष को मजबूती देने वाले निर्णय के रूप देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक राहुल के प्रयोगों से पार्टी को हो रहे नुकसान के मद्देनजर पार्टी बैठकों में उनके निर्णयों पर पहले जैसा सहयोग नही रहा है। ऐसे में 'टीम राहुल' की मंशा इन बैठकों में किसी भी दशा में उपाध्यक्ष के पक्ष में खड़े रहने वाले लोगों को लाने की है।जिताऊ फामूर्ले की आस, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास
पार्टी में एससी एसटी सेल व अल्पसंख्यक मोर्चे में, के राजू व खुर्शीद अहमद सैयद को राहुल का करीबी माना जाता है। जबकि, सेवा दल में वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र जोशी के स्थान पर टीम राहुल मार्च में नए नाम की घोषणा करने वाली है। यही नही सभी फ्रंटल संगठनों को किसी एक महासचिव के नीचे लाने पर भी विचार चल रहा है। जबकि, इंटक को लेकर पार्टी जल्द ही एक कोआर्डिनेशन कमेटी गठित करेगी।