नाजुक दौर से गुजर रहा रेलवे, सुरक्षा होगी सर्वोच्च प्राथमिकता: अश्वनी लोहानी
रेलवे कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में लोहानी ने लिखा है कि पिछले दिनों में हुईं कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की वजह से भारतीय रेलवे की छवि को गहरा धक्का लगा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा है कि रेलवे बेहद नाजुक दौर से गुजर रही है। हाल के हादसों से इसकी छवि को गहरा आघात लगा है। ऐसे में यात्रियों के खोये भरोसे को पुन: हासिल करने के लिए सभी रेल कर्मियों को मिलकर काम करना होगा। इसके लिए न केवल ट्रेनों का सुरक्षित संचालन जरूरी है, बल्कि रेलवे की आमदनी बढ़ाने के हर संभव प्रयास भी करने होंगे।
लोहानी ने तेरह लाख रेल कर्मियों को एक पत्र लिखा है जिसमें रेलवे की छवि की बात कही है। उन्होंने कहा कि हादसों में अक्सर हमारे रोजाना के बड़े कार्य दबकर रह जाते हैं। हमें इस नुकसान की भरपाई करनी होगी और यात्रियों का फिर से भरोसा जीतना होगा।'
रेलवे बोर्ड के नए अध्यक्ष ने खानपान, कंबल-चादर तथा साफ-सफाई की गुणवत्ता पर ध्यान दिए जाने की जरूरत भी बताई है। साथ ही इसमें सुधार के लिए मिशन मोड पर कार्य करने को कहा है। पत्र में लोहानी ने रेलवे के आपरेटिंग रेशियो पर भी चिंता जताई है। इसे नीचे लाने की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने खर्चो में कटौती के अलावा माल ढुलाई तथा गैर-परंपरागत तरीकों से राजस्व बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
पिछले दस दिनों में हुए चौथे ट्रेन हादसे के तहत मंगलवार को प्रात: भूस्खलन के कारण नागपुर- मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस के इंजन समेत नौ कोच पटरी से उतर गए। सौभाग्य से इसमें किसी की जान नहीं गई। इससे पहले 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली स्टेशन के पास कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने से 23 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 60 लोग घायल हो गए थे। यही नहीं, इसकेबाद 23 और 25 अगस्त को भी दो हादसे हुए थे।
यह भी पढ़ें: दुरंतो हादसाः ड्राइवर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाया और फिर इंजन समेत 9 डिब्बे पटरी से उतरे