'रेलवे का निजीकरण नहीं, लेकिन विकास के लिए निवेश आवश्यक'
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को कहा कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं किया जा रहा है लेकिन रेलवे के विकास के लिए निवेश जरूरी है। रेलवे के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने की पहल में उन्होंने विदेशी पेंशन फंड पर अपने विचार रखे।
By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Mon, 19 Jan 2015 06:33 PM (IST)
नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को कहा कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं किया जा रहा है लेकिन रेलवे के विकास के लिए निवेश जरूरी है। रेलवे के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने की पहल में उन्होंने विदेशी पेंशन फंड पर अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि विदेशी पेंशन फंड का भारतीय रेलवे में निवेश एक ऋण के रूप होगा। उन्होंने ये बातें भारतीय रेलवे में पीपीपी और एफडीआई के महत्व पर आयोजित 15 वीं राष्ट्रीय सेमिनार में कही। सेमिनार का आयोजन केंद्रीय परिवहन अनुसंधान और प्रबंधन विभाग की ओर से किया गया था। उन्होंने इस बात पर जोर देता हुए कहा कि भारतीय रेलवे का निजीकरण कभी नहीं होगा। रेलवे का विकास भारत सरकार के स्वामित्व में ही जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल को विभिन्न मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, इससे पार पाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसी कई एजेंसियां हैं जो स्वामित्व की मांग के बिना निवेश करना चाहती हैं। कंपनियों का निवेश ऋण के रूप में होगा और कंपनियां सिर्फ वित्तीय रिटर्न चाहती हैं।पढ़ेंः रेल मंत्री का यात्रियों को तोहफा, तीन नई ट्रेनें शुरू