लगातार बारिश से फसलें चौपट, अरमानों पर फिरा पानी
पूरे उत्तर भारत में लगातार 36 घंटों से झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों तक बारिश ऐसे ही लोगों को भिगोएगी। उत्तर भारत के पहाड़ों पर जहां बर्फबारी से जाती हुई ठंड वापस आ गई है, वहीं मैदानी क्षेत्र में बारिश ने किसानों
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Mon, 02 Mar 2015 02:44 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। पूरे उत्तर भारत में लगातार झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों तक बारिश ऐसे ही लोगों को भिगोएगी। उत्तर भारत के पहाड़ों पर जहां बर्फबारी से जाती हुई ठंड वापस आ गई है, वहीं मैदानी क्षेत्र में बारिश ने किसानों की फसलों पर बुरा असर डाला है। मौसम वैज्ञानियों ने अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की आशंका जताई है। राजधानी नई दिल्ली के असमान्य ढंग से गर्म हो गए मौसम में रविवार को ठंडी हवाओं के साथ हुई बारिश ने लोगों को काफी राहत पहुंचाई।
मौसम विभाग ने अगले दिन भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जाहिर की है। दिल्ली में 17 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। उत्तर प्रदेश में बेमौसम हुई बरसात से फसल की बर्बादी के साथ किसानों के चेहरे भी मुरझा गए। तिलहन, गेहूं, आलू और दलहन समेत लगभग सभी फसलों को व्यापक नुकसान होने की आशंका है। बुंदेलखंड में फसल बर्बादी देख दो किसानों की सदमे से मौत हो गई, वहीं कर्ज में डूबे दूसरे किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। यहां वर्षा के कारण आलू की बेल सड़ सकती है। अगैती गेहूं की फसल तेज हवाओं से गिर गई हैं। चना, मटर व मसूर के साथ ही अब गेहूं की फसल में भी संकट खड़ा हो गया है।तस्वीरों में देखें, बारिश से बेहाल जन-जीवन उत्तराखंड में चारधाम समेत गढ़वाल-कुमाऊं की ऊंची चोटियों पर हुई बर्फबारी और वर्षा से पर्वतीय क्षेत्र में ठंड दोबारा लौट आई है। जबकि, बारिश ने कुमाऊं की तराई बेल्ट समेत संपूर्ण मैदानी क्षेत्र में ठिठुरन दौड़ा दी है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि राज्य में अधिकांश स्थानों में मध्यम वर्षा और बर्फबारी के आसार हैं।
जम्मू-कश्मीर के उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी हिमपात से जहां ठंड बढ़ गई, वहीं निचले क्षेत्रों में भारी बारिश से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच, श्रीनगर प्रशासन ने पहाड़ी जिलों में रहने वाले लोगों को अगले चौबीस घंटों तक बर्फीले तूफान की आशंका के चलते पूरी तरह सवधान रहने को कहा है।पढ़ेंः जम्मू- कश्मीर में पहाड़ों पर बर्फबारी, जम्मू- श्रीनगर हाइवे बंद
पंजाब और हरियाणा में भी खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ जाने से किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र रोहतक के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सूरजभान फौगाट ने बताया कि यह बारिश गेहूं की फसल के लिए खतरनाक साबित हुई है। इससे फसल पीली पड़ जाती है। मौसम विभाग की मानें तो अभी तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी।कहांं कितनी बारिशशहर -- बारिशगोवा -- 30 मिमीसतना -- 27 मिमीबीकानेर -- 21 मिमीजबलपुर -- 21 मिमीबेलगाम -- 21 मिमीरेवाड़ी -- 21 मिमीअहमदाबाद -- 19 मिमीअकोला -- 18 मिमीदिल्ली -- 17 मिमीराजकोट -- 13 मिमीमनाली -- 13 मिमीमुंबई -- 07 मिमीलखनऊ -- 07 मिमीश्रीनगर -- 05 मिमीगया -- 01 मिमीबारिश व बर्फबारी के चलते जम्मू- श्रीनगर हाइवे दूसरे दिन भी बंदमराठवाड़ा में 45 दिनों में 93 किसानों ने की आत्महत्या!