श्रीनगर में बारिश, जमीन धसने से कश्मीर में 44 मकान क्षतिग्रस्त
मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है और श्रीनगर में बारिश ने दस्तक दे दी है तो कई इलाकों में बारिश की आशंका जताई जा रही है। वहीं कश्मीर के कई इलाकों में बफबारी भी हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Sun, 29 Mar 2015 07:56 PM (IST)
नई दिल्ली/श्रीनगर। मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है और श्रीनगर में बारिश ने दस्तक दे दी है तो कई इलाकों में बारिश की आशंका जताई जा रही है। वहीं कश्मीर के कई इलाकों में बफबारी भी हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। भारी बारिश और भूस्खलन से कम से कम 44 इमारतें प्रभावित हुईं जिनमें 18 घरों को खास नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 6 दिनों तक और बारिश होगी। रविवार और तीन अप्रैल को भारी बारिश होने की आशंका है।
भूस्खलन के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है। झेलम नदी का पानी बहुत तेजी से ब़़ढ रहा है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद हालात पर निगरानी के लिए श्रीनगर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार से राज्य में भारी बारिश हो रही है। कश्मीर के चरार-ए-शरीफ इलाके में भूस्खलन की घटनाएं हुई। शनिवार शाम मध्य कश्मीर में बडगाम जिले के चोंतिनार गांव में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ और इसमें 8 घरों समेत 10 गोशाला तबाह हो गए। कम से कम 26 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भारी बारिश से झेलम का पानी तेजी से बढ़ रहा है। 5 घंटे में दो फीट पानी बढ़ जाने से लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग बताया कि झेलम पानी का स्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। भारी बारिश के कारण श्रीनगर के निचले इलाके राजबाग में पानी भर गया। पिछले साल सितंबर में आई बाढ़ से यह इलाका बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। 18 इंच बारिश की वजह से राजबाग का मेन रोड पानी में डूब गई है।
बारिश और बर्फबारी से कश्मीर में तापमान सामान्य से पांच डिग्री ऊपर जा चुका अधिकतम तापमान शनिवार को हुई बर्फबारी से लुढ़क कर 17 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। वहीं, मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि 4 अप्रैल की दोपहर बाद मौसम में सुधार होगा। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन और पीरपंचाल के उत्तर में ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन व बर्फीले तूफान की आशंका जताई गई है।