राहुल को मिली धमकी पर राजनाथ ने दिया सुरक्षा का पूरा भरोसा
कांग्रेस की पुडुचेरी यूनिट को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी मिली है। वह यहां पर कल एक चुनावी रैली को संबोधित करने आने वाले हैं।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 09 May 2016 08:43 PM (IST)
नई दिल्ली(एएनआई)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी मिली है। इस धमकी के मद्देनजर कांग्रेस के नेता गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले और कांग्रेस उपाध्यक्ष की सुरक्षा को और बढ़ाए जाने की मांग की। यह धमकी पुडुचेरी की कांग्रेस यूनिट को मिली है। एक पत्र के माध्यम से यह धमकी दी गई है। तमिल भाषा में लिखा यह पत्र पुडुचेरी के कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण सामी को एक पत्र मिला था, जिसमें राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।
राजनाथ सिंह ने धमकी की जांच कराने और राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए सभी एजेंसियों को सतर्क करने का आश्वासन दिया। उन्होंने तत्काल गृहसचिव राजीव महर्षि को राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश भी दिया है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, कोषाध्यक्ष मोतीलाल बोरा, राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा और सांसद राजीव शुक्ला शामिल थे। इस मुलाकात पर आनंद शर्मा ने कहा कि ‘सुरक्षा को देखते हुए हर कदम सुनिश्चित किया जाना चाहिए। एक महत्वपूर्ण मुद्दा ये भी है कि एसपीजी के राहुल की सुरक्षा में लगे एसपीजी अधिकारियों का बदलकर नए लोग रखे जाएं। साथ ही एसपीजी का भर्ती और प्रशिक्षण कठोर की जाए। प्रतिनिधि का चरित्र विक्षुब्ध नहीं होनी चाहिए।राहुल गांधी को मिली धमकी के बारे में एसपीजी और सभी राज्यों को सतर्क किया जा रहा है। गौरतलब है कि 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी यहां पर कल एक चुनावी रैली को संबोधित करने आने वाले हैं। कांग्रेस के नेताओं ने गृहमंत्री से मिल इस मामले की जांच करवाने की भी मांग की है।
राहुल गांधी को मिली धमकी के साथ-साथ कांग्रेसी उनकी सुरक्षा में लगे एसपीजी में तबादले को लेकर भी चिंतित है। ध्यान देने की बाद है कि एसपीजी प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री के साथ-साथ सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सुरक्षा करती है। केवल छह लोगों की सुरक्षा में लगी एसपीजी में सालों-साल से कोई तबादला नहीं हुआ था। यानी वहीं एसपीजी के अधिकारी इन वीवीवीआइ की सुरक्षा में तैनात हैं। लेकिन मोदी सरकार ने अब एसपीजी में तबादला करना शुरू कर दिया है। लगभग 400 लोगों को वापस उनके कैडर में भेजा जा रहा है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सवाल उठाया कि यह अचानक क्यों हो रहा है। एसपीजी एक बेहतरीन फोर्स है इसमें हर कोई नहीं दाखिल हो सकता। सालों साल लगते हैं ट्रेनिंग में, इसीलिए जल्दी-जल्दी तबादले इतनी बड़ी संख्या में नहीं होने चाहिए। दरअसल, राहुल गांधी समेत गांधी परिवार की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) संभालती है। भारत में वीवीआईपी केटेगरी के लोगों को सुरक्षा देने वाली यह सबसे बड़ी एजेंसी है। यह एजेंसी केवल पूर्व प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री और उनके परिजनों की सुरक्षा का जिम्मा संभालती है। पहले यह एजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री के परिजनों का जिम्मा नहीं संभालती थी, लेकिन राजीव गांधी की हत्या के बाद कानून में संशोधन किया गया, जिसके बाद पूर्व पीएम के परिजनों की भी जिम्मेदारी एसपीजी का हिस्सा बन गया।
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने भी राहुल और सोनिया की सुरक्षा के मद्देनजर एक पत्र गृमहंत्री को लिखा है। इस पत्र में भी इन दोनों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है। गृहमंत्री ने कांग्रेसी नेताओं से मिलकर राहुल गांधी की सुरक्षा का भरोसा दिलाया है।राहुल गांधी से जुड़ी सभी खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें विधानसभा चुनाव से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें