जो भारत की आजादी वही कश्मीर का आजादी, गृहमंत्री आज देंगे बयान
सरकार कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हो गई है। इसके तहत आज राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा होगी। राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर सभी से सहयोग की अपील की है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। राज्य सभा में विपक्ष द्वारा कश्मीर पर चर्चा कराने की मांग से सहमत होते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 'जटिल' मुद्दे के समाधान के लिए सभी वर्ग से सहयोग करने की अपील की। राज्य सभा में बुधवार को कश्मीर पर चर्चा कराई जाएगी। विपक्ष के नेताओं, माकपा, सपा और जद (यू) ने एक माह से ज्यादा समय से कश्मीर घाटी में जारी कफ्र्यू पर गंभीर चिंता जताई। सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन का इस्तेमाल रोकने की मांग की।
सदस्यों ने कहा कि सभी वर्गो के लोगों के साथ बातचीत के लिए वहां एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा जाना चाहिए और सर्वदलीय बैठक कराई जानी चाहिए। शून्य काल में जिस समय विपक्षी सदस्यों ने यह मामला उठाया उसी समय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सदन में दाखिल हुए। उन्होंने विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की कश्मीर की स्थिति पर बुधवार को चर्चा कराने की मांग से सहमति जताई। उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि जब दोनों पक्ष चर्चा पर सहमत हैं तो कोई समस्या नहीं है।
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कश्मीर पर बोले मोदी
एमपी के आलीराजपुर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाबरा से ‘आजादी के 70 साल : जरा याद करो कुर्बानी’ अभियान की शुरुआत की। उन्होंने देश के वीर सपूतों को याद किया।
कश्मीर पर रुख स्पष्ट करते हुए कहा- ‘जिन हाथों में लैपटॉप होना चाहिए, खेलने के लिए बैट या फुटबॉल होना चाहिए, उन्हें पत्थर थमाएं जा रहे हैं। लेकिन हम इंसानियत और कश्मीरियत को दाग नहीं लगने देंगे। देश कश्मीर का विकास चाहता है, लेकिन मुट्ठीभर लोग कश्मीर की अस्मिता को ठेस पहुंचा रहे हैं।’
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