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संसद में गूंजेगा मणिपुर एनआइटी में छात्रों की पिटाई का मामला

मणिपुर एनआइटी में स्थानीय छात्रों व लोगों द्वारा पीटे गए पंद्रह बिहारी छात्रों ने शनिवार सुबह पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद रामकृपाल यादव से मुलाकात की। छात्रों ने सांसद को आपबीती सुनाई। छात्रों की पीड़ा सुनने के बाद सांसद ने मामले को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्हें सुरक्षा प्रदान कराने का भरोसा भी दिलाय

By Edited By: Updated: Sun, 28 Sep 2014 12:55 PM (IST)
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पटना। मणिपुर एनआइटी में स्थानीय छात्रों व लोगों द्वारा पीटे गए पंद्रह बिहारी छात्रों ने शनिवार सुबह पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद रामकृपाल यादव से मुलाकात की। छात्रों ने सांसद को आपबीती सुनाई। छात्रों की पीड़ा सुनने के बाद सांसद ने मामले को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्हें सुरक्षा प्रदान कराने का भरोसा भी दिलाया।

सुबह करीब दस बजे मणिपुर एनआइटी के संतोष (जहानाबाद), अभिषेक राज (नदौल), अंशुमान राय (कैमूर), रीतेश कुमार (समस्तीपुर), कुसुम कुंजलाल (नवादा), कुमुद रंजन (समस्तीपुर), अनिरुद्ध (नालंदा) समेत पंद्रह छात्रों का दल गोरिया टोली स्थित सांसद रामकृपाल यादव के घर पहुंचा। छात्रों ने बताया कि वर्ष 2010 से मणिपुर एनआइटी में क्षेत्रवाद हो रहा था। चूंकि कॉलेज के शिक्षक व कर्मी भी स्थानीय हैं, इसलिए किसी ने कभी आवाज उठाने की हिम्मत नहीं जुटाई।

उन्हें मीडिया का सहयोग मिला, तब जाकर मामला राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाया। प्रथम वर्ष के छात्र वापस नहीं जाना चाहते, जबकि द्वितीय वर्ष के छात्रों का कहना है कि जब तक कॉलेज में सीआरपीएफ की स्थायी रूप से तैनाती और उनके लिए अलग मेस की व्यवस्था नहीं हो जाती, वे भी दोबारा मणिपुर नहीं जाएंगे। छात्रों का यह भी आरोप है कि पढ़ाई करने के बावजूद उन्हें अच्छे अंक नहीं दिए जाते। उनके साथ खुल कर भेदभाव किया जाता है।

सांसद ने मणिपुर एनआइटी के हालात का जायजा लेने के लिए बिहार सरकार के दो अफसरों के भेजने पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि वहां पढ़ने वाले छात्र डरे-सहमे में हैं। यह गंभीर मुद्दा है। वे गृहमंत्री से बात करेंगे और मामले को संसद में उठाकर छात्रों को न्याय दिलाएंगे।

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