पाक हाईकमीशन से रमजान बोला, मुझे मां चाहिए
लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान हाईकमीशन के अफसर शुक्रवार को रमजान से मिलने भोपाल आए। भारत के हाईकमीशन भी उनके साथ थे। इस दौरान उन्होंने बंद कमरे में उससे करीब एक घंटे तक बातचीत की।
नई दुनिया, भोपाल । लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान हाईकमीशन के अफसर शुक्रवार को रमजान से मिलने भोपाल आए। भारत के हाईकमीशन भी उनके साथ थे। इस दौरान उन्होंने बंद कमरे में उससे करीब एक घंटे तक बातचीत की। उन्होंने रमजान से पूछा, बेटे तुझे क्या चाहिए? मासूमियत से रमजान ने कहा कि मुझे मां के पास ले चलो। हालांकि बातचीत खत्म होने के बाद वह मीडिया से चर्चा किए बिना चले गए।
अयोध्या नगर स्थित उम्मीद बाल गृह में रह रहे पाकिस्तानी बालक रमजान से मिलने शुक्रवार शाम को पाक के विदेश मंत्रालय में सचिव खादिम हुसैन पहुंचे। उनके साथ भारत के हाईकमीशन के अफसर संजय कुमार के अलावा महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह के विशेष सहायक विशाल नाडकर्णी, महिला सशक्तिकरण अधिकारी प्रभात सिंह भी थे।
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नहीं बता पाया नाना-नानी का नाम
बैठक में मौजूद रहीं चाइल्ड लाइन की संचालक अर्चना सहाय ने बताया कि बातचीत काफी सकारात्मक रही। खादिम हुसैन ने रमजान से उसके परिवार के तमाम लोगों के नाम पूछे। वह सिर्फ अपने नाना-नानी के नाम नहीं बता पाया। बैठक के अंत में तय हुआ कि दोनों देशों के हाईकमीशन इस मामले में जल्द से जल्द फैसला करेंगे।
कौन है रमजान
कराची की मूसा कॉलोनी में रहने वाले रमजान की मां का नाम रजिया और पिता का नाम ताजउल मुल्क है। माता-पिता का तलाक होने के बाद पिता रमजान को अपने साथ लेकर बांग्लादेश आ गए थे। वहां उसने दूसरी शादी कर ली। सौतेली मां ने रमजान को परेशान करना शुरू कर दिया तो वह मां के पास कराची जाने के लिए घर से भाग निकला। लेकिन सरहद पर भटककर भारत की सीमा में आ गया।